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धूप से सुरक्षा – खुद को यूवी (UV) रेडिएशन से कैसे बचाएं?

गर्मियों का मौसम आम आदमी से लेकर मशहूर हस्ती तक सभी को परेशान करता है| सर्दियों में जहाँ लोग सूर्य की किरणों से विटामिन-डी लेते नज़र आते हैं, वहीं गर्मियों के मौसम में सूरज की यूवी किरणें लोगों की त्वचा को जलाती नज़र आती हैं| धुप में बहुत ज्यादा बाहर घुमने से और काम करने से त्वचा के खराब होने का डर लगा रहता है| गर्मियों में अत्यधिक धूप में रहने से आपको अनेक प्रकार की बीमारियाँ हो सकती हैं| आज हम आपको इस आर्टिकल में सूर्य की यूवी किरणों से बचने के महत्वपूर्ण उपाय, जरूरी पोषक तत्व और विटामिन्स के बारे में जानकारी देने वाले हैं|

यूवी रेडिएशन क्या होती हैं

आधुनिक शोध के मुताबिक सामान्य रूप से यूवी रेडिएशन का स्तर 3 से 4 यूनिट तक बना रहता है, परन्तु जून और जुलाई के महीने में यह 12 यूनिट तक पहुँच जाता है| इसके बढ़ जाने से त्वचा रोग, शरीर की आंतरिक बीमारियाँ और आंख को बहुत ज्यादा हानि पहुंच सकती है| इस समय में क्या पहनना है और क्या खाना है इन बातों पर ध्यान रखना बहुत जरूरी है|

यूवी रेडिएशन के द्वारा होने वाली बीमारियाँ

अगर आप ज्यादा देर तक यूवी रेडिएशन के संपर्क में रहेंगें तो आपको निम्नलिखित हानिकारक बिमारियों का सामना करना पड़ सकता है|

* मोतियाबिंद होने का डर– अगर आप बहुत ज्यादा देर तक आँखों को यूवी रेडियेशन के संपर्क में रखेंगें तो मोतियाबिंद होने का खतरा बना रहता है|

* सनबर्न होना– गर्मियों के मौसम में इस समस्या का होना आम बात है, जब सूरज की यूवी रेडिएशन त्वचा पर लगातार सीधी पड़ेंगीं तो सनबर्न की समस्या होती है| इसमें आपकी त्वचा का रंग लाल होने लगता है और कहीं-कहीं तो दर्द होना भी शुरू हो जाता है|

* त्वचा कैंसर– सूर्य की यूवी रेडिएशन जब भी त्वचा पर पड़ती हैं तो सबसे ज्यादा खतरा त्वचा कैंसर होने का रहता है। इस बारे में विश्व स्वास्थ्य संगठन भी लोगों को सुरक्षा के लिए दिशानिर्देश जारी कर चूका है|

* टैनिंग– सूरज की यूवी रेडिएशन से मेलानिन बढ़ने लगती है, जिससे आपकी त्वचा का रंग काला होने लगता है, अगर समय रहते इसका बचाव न किया जाए तो यह हानिकारक बीमारी का रुल ले सकती है|

* इम्युनिटी कमजोर होना– आयुर्वेदिक चिकित्सा की मानें तो अगर व्यक्ति बहुत ज्यादा यूवी रेडिएशन के संपर्क में रहता है तो उसकी रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर होनी शुरू हो जाती है| इसके बाद अनेक बिमारियों के होने का डर भी बना रहता है, इसलिए इन हानिकारक किरणों से बचाव करना जरूरी हो जाता है|

यूवी इंडेक्स से जानें रेडिएशन का प्रभाव

  • 0 से 2 यूनिट तक इसका प्रभाव कम होता है|
  • 3 से 5 तक प्रभाव संतुलित रहता है|
  • 6 से 7 तक इसका प्रभाव गति पकड़ने लगता है|
  • 8 से 10 तक हो जाने पर असर बहुत ज्यादा होने लगता है|
  • 11 से 12 तक पहुंचने के बाद शरीर को हानि पहुंच सकती है|
  • 13 से अधिक होने के बाद तो इसका प्रभाव जानलेवा साबित हो सकता है|

यूवी रेडिएशन से बचने के कुछ मुख्य उपाय:

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि सुबह 10 बजे से शाम के 4 बजे तक सूरज की यूवी किरणें बहुत ज्यादा हानिकारक होती हैं अतः इस समय में अपने आप को इन करणों के संपर्क से बचा कर रखना चाहिये| आज यहाँ हम आपको रेडिएशन से बचाने वाले मुख्य उपायों के बारे में बताने जा रहे हैं|

1. सुबह नहाने के बाद आयुर्वेदिक गुणों से भरपूर अल्ट्रा प्रोटेक्शन आयल या क्रीम का इस्तेमाल त्वचा पर करें|

2. सुबह 10 बजे से शाम 4 बजे तक यूवी रेडिएशन किरणों के संपर्क में आने से बचें|

3. जरूरत पड़ने पर शरीर को अच्छे से ढक कर और आँखों के उपर चश्मा लगा कर घर से निकलें ताकि सूरज की किरणें त्वचा को प्रभावित न कर सकें।

4. शरीर को ठंडा रखने के लिए त्वचा पर गुलाब जल का इस्तेमाल करें, ये आपको हानिकारक किरणों से बचा कर रखता है।

5. दिन में कम से कम 6 से 7 लीटर पानी अवश्य पियें, यह शरीर से हानिकारक बैक्टीरिया को निकालने का काम करता है|

6. इस मौसम में पेय पदार्थो जैसे जूस, ठंडी लस्सी और पानी का सेवन आपको यूवी रेडिएशन के प्रभाव से बचा कर रखता है|

7. अगर आप घर में रहने के बाद भी यूवी रेडिएशन किरणों के संपर्क में आ रहे हैं तो आयुर्वेदिक सनस्क्रीन लोशन का इस्तेमाल कर सकते हैं|

ध्यान देने योग्य बातें:

* अगर आप गर्मियों में फ़ास्ट फ़ूड या फिर तला हुआ खाना सेवन करते हैं तो इस आहार की गर्मी और बाहर की गर्मी मिलकर आपको काफी ज्यादा नुकसान पहुंचा सकती है| इस मौसम में तले हुए हानिकारक खाने के सेवन से हमेशा बचना चाहिये|

* विभिन्न प्रकार के इनडोर उपकरण जैसे लैंप और बल्ब आदि की रोशनी में ज्यादा देर रहने से बचें, इनका प्रभाव आँखों की रोशनी को कम कर सकता है|

* फ्लोरोसेंट लाइटिंग के पास ज्यादा समय तक बैठने से भी त्वचा रोग और आँखों की बीमारी होने का डर रहता है|

यूवी रेडिएशन से बचने के लिए लाभकारी आहार की सूची:-

-जब आपकी त्वचा पर सूर्य की यूवी किरणें सीधी पड़ने लगती हैं तो शरीर के अंदर आवश्यक तत्वों की कमी होने लगती है| इस समय में आपको जरूरी पोषक तत्वों से भरपूर खाद्य पदार्थों का सेवन करना जरूरी हो जाता है|

* संतरा, स्ट्रॉबेरी और पालक जैसे खाद्य पदार्थों में विटामिन-सी काफी मात्रा में पाया जाता है, यही विटामिन यूवी रेडिएशन किरणों से बचाने में मददगार साबित होता है|

* गर्मियों के मौसम में त्वचा का मॉइस्च्राईज़ रहना बहुत जरूरी है और देसी गाय का दूध, हरी पत्तेदार सब्जियां, मूंगफली जैसे आहार त्वचा को सॉफ्ट बनाए रखते हैं|

* अत्याधिक धूप लगने से शरीर में विटामिन ए की कमी होनी शुरू हो जाती है, जिससे आपको आंखों की बीमारियां जैसे रतौंधी, आंख में सफेद धब्बा होना और हड्डियों में कैल्शियम की कमी होने लगती है| ऐसे में आपको नियमित रूप से संतरे का जूस, देसी गाय का दूध, पालक, अंडे और हरी पत्तेदार सब्जियों का सेवन करना फायदेमंद होता है|

* हमारे शरीर को जरूरत के अनुसार विटामिन-डी चाहिये होता है, जो हमे गर्मियों में अच्छे से नही मिल पाता| ऐसी स्थिति में आपको उचित मात्रा में मशरूम, गाय का दूध, मछली, दही और संतरे का सेवन करना लाभकारी हो सकता है|

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About Dr. Ranjana Kaushal

Dr. Ranjana Kaushal (MD Ayurveda) has 11 years of experience in the field of Ayurveda. Right now she is working as an Ayurveda consultant with Life Aveda. She has immense knowledge about herbs, their uses, and formulations. She has published articles related to many herbs and diseases in an international journal. She is also a degree holder in yoga and naturopathy. Read More..

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