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भारत में कोरोना वायरस का नया वेरिएंट ओमिक्रोन का प्रभाव और इसका आयुर्वेदिक उपचार

कुछ समय पहले ही विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO)ने कोरोना वायरस का नया वेरिएंट ओमिक्रोन के बारे में जानकारी देते हुए कहा है कि इसने अभी तक 50 से ज्यादा देशों को प्रभावित करना शुरू कर दिया है। वर्तमान समय में सबसे ज्यादा मामले दक्षिण कोरिया से आ रहे हैं। बता दें कि डब्ल्यूएचओ ने अभी तक ओमिक्रोन के बारे में कुछ भी गाइडलाइन्स जारी नही की है| बात करें भारत की तो ओमिक्रोन का सबसे पहला मामला बेंगलुरु से सामने आया था जो दक्षिण अफ्रीका से वापिस आया था|

कोरोना वायरस और ओमिक्रॉन में क्या है संबंध:

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि कोरोना की दूसरी लहर जिसका असर भारत में अप्रैल से जून तक दिखाई दिया था उसका एक रोगी 4 से 5 लोगों को संक्रमित करता था| ओमिक्रोन कि बात करें तो इसका संक्रमण 30 से 40 लोगों को अपना निशाना बना सकता है| अगर किसी व्यक्ति को पहले कोरोना हुआ है ओमिक्रोन उसके लिए भी जानलेवा साबित हो सकता है| कोरोना के समय लोगों ने काफी सावधानियों को ध्यान में रखकर आपने आप को सुरक्षित रखा था, वर्तमान स्थिति में उनको पहले से ज्यादा एहतियात बरतने पड़ेगें|

कोरोना होने के 90 दिनों बाद अगर दौबारा रिपोर्ट पॉजिटिव पाई जाती है तो आधुनिक चिकित्सा के मुताबिक यह मामला ओमिक्रॉन का होगा| चिकित्सा विशेषज्ञ इसको कोरोना की तीसरी लहर बता रहे हैं क्यों कि इसके लक्षण उससे काफी मिलते जुलते जिनके बारे में हम आपको इससे पहले वाले आर्टिकल में बता चुके हैं|

भारत में कोरोना वायरस का नया वेरिएंट ओमिक्रोन मामलों की संख्या:

इस समय यह वायरस भारत के 5 से ज्यादा राज्यों में दस्तक दे चूका है, इसका सबसे ज्यादा असर कर्नाटक, दिल्ली, अहमदाबाद, महाराष्ट्र और हैदराबाद में देखने को मिल रहा है| अभी तक पूरे देश से 25 से ज्यादा मामले की पुष्टि हुई है इसी के चलते केंद्र सरकार ने लोगों से सावधान रहनी की सलाह दी है| इस समय जो लोग विदेश से आ रहे हैं उनका एयरपोर्ट पर ही टेस्ट किया जा रहा है यही वजह है कि सभी एयरपोर्ट पर सख्ती देखने को मिल रही है| कुछ खबरें यह भी आ रही हैं कि नए वैरिएंट ओमिक्रोन को कोरोना की तीसरी लहर मान कर कई राज्यों में अलर्ट घोषित कर दिया गया है| पिछले 24 घंटों में भारत में कोरोना के 8503 मामले सामने आए थे जिनमें 624 लोगों ने अपनी जान गवा दी है| अकेले महाराष्ट्र से कोरोना के 750 से ज्यादा केस की पुष्टि की गई है|

ओमिक्रोन से भारत में कितनी मौत:

ओमिक्रोन का सबसे पहला मामला दक्षिण अफ्रीका में 24 नवंबर को मिला था, जिसके बाद से ही लोगों में इसको लेकर चिंता बनी हुई है| कुछ समय से भारत में कोरोना रोगियों की संख्या बढ़ी है जिसमें से 25 से ज्यादा ओमिक्रॉन प्रभावित लोग बताए जा रहे हैं राहत की बात ये हैं कि इन सभी में हल्के लक्षण होने की वजह से किसी की मृत्यु नही हुई है| जिस गति से इस वायरस के केस बढ़ रहे हैं लोगों को फिर से लॉकडाउन की चिंता सताने लगी है|

ओमिक्रोन के प्रभावित क्षेत्र:

अफ्रीका के बोत्सवाना में पिछले 24 घंटे में 20,000 नए कोरोना रोगियों की पुष्टि की गई है और जब से वहां ओमिक्रॉन मामले का पता चला हैं वहां रहने वाले लोगों में घबराहट देखने को मिल रही है| हाल ही में फिलीपींस ने फ्रांस से आने वाली सभी फ्लाइटों पर लगा दी है क्योंकि ओमाइक्रोन को ध्यान में रखते हुए वहाँ की सरकार ने फ्रांस को हाई अलर्ट क्षेत्र बताया है| इसके अलावा दक्षिण कोरिया में भी कोरोना काफी दहसत मचा रहा है, इजरायल, जापान और मोरक्को जैसे देशों में भी कोरोना रोगियों की संख्या बढ़ती जा रही है| कुछ समय पहले ही इजराइल की सरकार ने बाहर से आने वाली सभी के विदेशी फ्लाइटों पर पूर्ण रूप से पाबंधी लगा दी है| दूसरी और जापान और मोरक्को तो पहले ही एक महीने के लिए अपने देश की सीमाओं को बंद कर चुके हैं|

ओमिक्रोन की रोकथाम के महत्वपूर्ण उपाय:

निम्नलिखित बातों को ध्यान में रखकर आप इस जानलेवा बीमारी से बच सकते हैं|
* अगर आपको कोरोना का कोई भी लक्षण महसूस हो रहा है तो घर पर ही रहने की कोशिश करें|
* घर के बाहर और अंदर छींक या फिर खांसी होने पर मुंह को हाथ या रुमाल से ढकने का प्रयास करें|
* अगर अभी तक कोरोना वैक्सीन नही लगवाई है तो सबसे उसको लगवा लें|
* बाहर घूमते समय दूसरे लोगों से हमेशा दूरी बना कर रखें|
* किसी भी सार्वजनिक स्थान पर बिना मास्क के जाने से बचें|
* जिस भी घर में आप रह रहे हो तो उसकी खिडकियों को खोल कर रखें ताकि धूप और ताजी हवा अंदर आ सके|
* जब भी बाहर से आएं तो हाथों को साबुन से धोना कभी न भूलें और बाद में उनको सेनेटाईज़र से साफ़ कर लें|

सबसे अहम बात अगर किसी भी व्यक्ति को खांसी, जुकाम और बुखार बार-बार हो रहा है और उसके साँस भी फूलने लगे हैं तो उसी समय आयुर्वेदिक विशेषज्ञ से परामर्श कर लें| वह आपको उचित उपचार की जानकारी समय दे देगा जिससे ओमिक्रोन के संक्रमण को बढ़ने से रोका जा सकता है|

ओमिक्रॉन में वैक्सीन कितनी फायदेमंद:

वर्तमान समय की बात करें तो 85% लोगों को कोरोना का टीका लग चूका है लेकिन चिंता की बात यह है कि नया वेरिएंट ओमिक्रॉन वैक्सीन के असर को भी खत्म कर रहा है| इस खबर के सामने आते ही कोरोना संक्रमित रह चुके और टीका लगवा चुके लोगों में घबराहट देखने को मिल रही है| डेल्टा प्लस के समय इस्तेमाल हुई वैक्सीन कोविड शील्ड का असर भी कोरोना संक्रमित पर 65 % तक रहा था| ध्यान देने वाली बात यह है कि ओमिक्रॉन में 53 म्यूटेशन पाए जाते हैं और इसके स्पाइक प्रोटीन में सबसे ज्यादा 30 म्यूटेशन हर प्रकार की वैक्सीन का असर खत्म कर सकते हैं|

ओमिक्रॉन में आयुर्वेदिक इलाज:

जब कोरोना की दूसरी लहर डेल्टा प्लस चारों तरफ तबाही मचा रही थी, उस समय कुछ लोग ऐसे भी थे जिन्होंने गिलोय, गुडुची, अश्वगंधा और पिप्पली जैसी प्राकृतिक जड़ी-बूटियों के काढों का सेवन किया था| शरीर की रोगों से लड़ने की शक्ति को बढ़ा कर उन्होंने कोरोना के खिलाफ अपना अनुभव भी सोशल मीडिया पर साझा किया था|

उस समय भारत के स्वास्थ्य संगठन आयुष मंत्रालय ने लोगों के लिए संजीवनी ऐप भी पेश की थी। इसका उद्देश्य लोगों को हजारों साल पुरानी चिकित्सा आयुर्वेद के गुणों के बारे में जानकारी देना था| अब हम आपको लाइफ अवेदा के आयुर्वेदिक औषधियों के कॉम्बो के बारे में बताने जा रहे हैं, यह आयुर्वेदिक मेडिसिन काफी लाभदायक है और कोविद (ओमिक्रॉन )जैसी महामारी को काफी हद तक मददगार है। ऐसी जड़ी-बूटियों जो आपके शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाकर ओमिक्रॉन से भी खतरनाक बीमारियों को खत्म करने में कारगर साबित हो सकती हैं| 

  1. व्हीटग्रास कैप्सूल: WheatGrass Capsules :
  2. गिलोय कैप्सूल : Giloy Capsules
  3. अमलकी कैप्सूल: Amlaki Capsules
  4. Premium Immunity Enhancer Capsules
इस लाभकारी औषधियों के  कॉम्बो का इस्तेमाल करने से पहले लाइफ अवेदा के आयुर्वेदिक विशेषज्ञ से सलाह करना न भूलें|

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About Dr. Ranjana Kaushal

Dr. Ranjana Kaushal (MD Ayurveda) has 11 years of experience in the field of Ayurveda. Right now she is working as an Ayurveda consultant with Life Aveda. She has immense knowledge about herbs, their uses, and formulations. She has published articles related to many herbs and diseases in an international journal. She is also a degree holder in yoga and naturopathy. Read More..

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