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अस्थमा में क्या खाएं और क्या नहीं खाएं

अस्थमा बीमारी से ग्रसित इंसान की श्वास नली में सूजन आ जाती है जिसकी वजह से उसको साँस लेने में परेशानी का सामना करना पड़ता है| एक आधुनिक रिपोर्ट के अनुसार आज पूरी दुनिया में इस बीमारी से 330 मीलियन से ज्यादा लोग प्रभावित हैं| अगर लोग अपनी दिन चर्या और खाने-पीने का अच्छे से ध्यान रखें तो इस बीमारी को जड़ से खत्म किया जा सकता है| व्यक्ति को अस्थमा मौसम में आए बदलाव, धूल-मिट्टी और प्रदूषण के कारण हो सकता है| आज हम आपको इस आर्टिकल में अस्थमा रोगियों को कैसा आहार सेवन करना चाहिये- कैसा नही, इसके लक्षण, कारण और कुछ घरेलू उपायों की जानकारी देने वाले हैं|

अस्थमा रोग परिचय:

आयुर्वेदिक चिकित्सा के अनुसार जब व्यक्ति के शरीर में वात एवं कफ दोष असंतुलित रहने लगें तो वह अस्थमा से ग्रसित हो सकता है| इस समस्या के दौरान श्वास नली में बलगम एकत्रित होना शुरू हो जाता है, जिसके बढ़ जाने से व्यक्ति को साँस लेने में दिक्कत होने लगती है| पहले यह बीमारी उम्र बढ़ जाने पर होती थी, परन्तु वर्तमान समय में यह छोटे बच्चों को भी अपना शिकार बना रही है|

अस्थमा के सामान्य लक्षण: Symptoms of Asthma in Hindi

इस बीमारी के अंदर हर इंसान में अलग-अलग लक्षण हो सकते हैं परन्तु हम आपको कुछ सामान्य लक्षणों के बारे में बताने जा रहे हैं| इनके बारे में जानकर आप सही समय पर अस्थमा का उपचार कर सकते हैं|

1. इसका सबसे सामान्य लक्षण बार-बार खांसी होना है|
2. अक्सर देखा गया है कि रोगी जब साँस लेते हैं तो सीटी की आवाज़ आती है|
3. साँस लेने में तकलीफ होना और सीने में जकड़न रहना|
4. थोड़ा सा तेज चल लेने से साँस फूल जाना|
5. श्वास नली में रूकावट महसूस होना|
6. साँस लेते समय पसीना आने पर बेचैनी हो जाना|
7 अधिक बार खांसी होने पर भी कफ का न निकलना

अस्थमा के मुख्य कारण: Causes of Asthma in Hindi

इस बीमारी के निम्नलिखित कारणों की जानकारी मिलने के बाद व्यक्ति इससे खुद को सुरक्षित रख सकता है|

1. मौसम में आया बदलाव इसका मुख्य कारण माना गया है|
2. बहुत से लोग धूल-मिट्टी के संपर्क में ज्यादा रहते हैं उनको यह बीमारी होने का डर बना रहता है|
3. अधिक वायु प्रदूषण में रहने वाला इंसान भी जल्दी अस्थमा हो सकता है|

अस्थमा रोग में ऐसा रखें अपना डाइट प्लान:

इस बीमारी से ग्रसित इंसान को अपनी दिनचर्या और खान-पान का मुख्य रूप से ध्यान रखना चाहिये|

* सूर्योदय से पहले उठकर रोजाना 1 बड़ा गिलास गुनगुना पानी घूट-घूट कर पीएं|
* अस्थमा रोगी को नाश्ते में पक्का हुआ दलिया, पोहा, उपमा, 2 फुल्का रोटी हरी सब्जी के साथ या फिर मौसमी फल खाना फायदेमंद रहता है|
* दोपहर के समय रोगी हरी सब्जी के साथ 3 से 4 फुल्का रोटी, दही, लस्सी और सलाद का सेवन कर सकते हैं|
* शाम को अस्थमा रोगी चना सूप, ताजा फलों का जूस या फिर उनको कट कर सेंधा नमक के साथ खा भी सकता है|
* रात को 2 फुल्का रोटी हरी सब्जी या फिर दाल के साथ वैद्य की सलाह लेकर सेवन करना सही रहता है|

अस्थमा रोगी को सबसे जरूरी रात को सोने से पहले एक गिलास देसी गाय का गर्म दूध सेवन करना लाभकारी होता है|

अस्थमा रोगी को क्या खाना चाहिए: Food to Eat in Asthma

निम्नलिखित खाद्य पदार्थों के सेवन से व्यक्ति अस्थमा जैसी जानलेवा बीमारी से बच सकता है|

* रोगी को विटामिन C युक्त खाद्य पदार्थ जैसे आंवला, नींबू, किवी, हरी पत्तेदार सब्जियां, ब्रोकली और मटर का सेवन करना लाभदायक रहता है|
* विटामिन E से भरपूर खाद्य पदार्थ जैसे हरा बथुआ, पालक, बादाम, पीनट बटर और आम का का उपयोग करना उचित रहता है।
* इसके अलावा गाजर, हरी सब्जियां, शकरकंदी और मौसमी फलों का उपयोग भी फायदेमंद|
* आयुर्वेद चिकित्सा में अस्थमा रोगी को ग्रीन टी, सेब, ताजा सलाद, बीन्स और शकरकंद का सेवन भी कारगर माना गया है|
* सबसे जरूरी अस्थमा रोगी को विटामिन डी को भरपूर मात्रा में लेना चाहिये|

ध्यान देने योग्य कुछ महत्वपूर्ण बातें:

अस्थमा रोगी निम्नलिखित बातों को ध्यान में रखकर इस बीमारी से अपने आप को सुरक्षित रख सकता है|

* एक साथ गर्म और ठंडा आहार सेवन करने से बचें|
* मौसम बदलाव के समय कम ही घर से बाहर निकलें|
* हरी सब्जियों का सेवन ज्यादा करें क्योंकि यह रोगों से लड़ने की शक्ति को बढ़ाने का काम करती है|
* अपने घर में कभी भी धूल-मिट्टी न आने दें|
* धुम्रपान, शराब और नशीले खाद्य पदार्थों के सेवन से बचें|
* तले हुए आहार और फ़ास्ट फ़ूड से दूरी बनाएं|
* सूर्योदय से पहले उठकर हमेशा 2 से 3 किलोमीटर पैदल चलें और रोजाना व्यायाम करें|
* नकारात्मक उर्जा जैसे तनाव, झगड़ा आदि से दूर रहें|
* अगर आपके बच्चे को अस्थमा है तो उसके दोस्तों को इस बीमारी के बारे में जरुर बता दें|

अस्थमा दूर करने के कुछ घरेलू उपाय: Home Remedies for asthma in hindi

आयुर्वेदिक चिकित्सा में अस्थमा के कुछ घरेलू उपचार भी बताए गए हैं इनके वैद्य की सलाह अनुसार प्रयोग से आप इस बीमारी से बचे रह सकते हैं|

विटामिन सी फायदेमंद:

अस्थमा रोगी अगर विटामिन-सी युक्त नींबू, आंवला, संतरा, किवी, हरी पत्तेदार सब्जियों का सेवन नियमित रूप से करे तो इस जानलेवा बीमारी को धीरे-धीरे खत्म कर सकता है| इनका सेवन शरीर की रोगों से लड़ने की शक्ति को बढ़ाने का भी काम करता है|

दूध में हल्दी का मिश्रण अति उत्तम:

अगर आपको पता हो हल्दी के अंदर काफी मात्रा में एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-ऑक्सीडेंट गुण पाए जाते हैं जो शरीर के अंदर से हानिकारक बैक्टीरिया को बाहर निकालने का काम करते हैं| देसी गाय के दूध में अगर आधा चम्मच हल्दी का मिश्रण करके रोजाना सेवन किया जाए तो आस्था रोग को जड़ से खत्म किया जा सकता है|

तुलसी का काढ़ा लाभकारी:

अस्थमा रोगी को दिन में तीन बार तुलसी के काढ़े का उपयोग करना लाभकारी हो सकता है| यह प्रयोग श्वास नली को साफ और स्वस्थ रखने के काम करता है|

हरा प्याज असरदार:

हरे प्याज के अंदर काफी मात्रा में सल्फर पाया जाता है जो आपके फेफड़ों को साफ करने का काम करता है| इसलिए हमेशा दोपहर को खाने के साथ हरे प्याज का सेवन जरुर करना चाहिये|

लहसुन एक कारगर औषधि:

देसी गाय के एक गिलास दूध में 4 से 5 कलियाँ लहसुन की डालकर गर्म कर लें और इसे ठंडा होने पर पी लें| इस प्रयोग का रोजाना इस्तेमाल अस्थमा रोग को जल्दी खत्म करने में कारगर साबित हो सकता है|

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About Dr. Ranjana Kaushal

Dr. Ranjana Kaushal (MD Ayurveda) has 11 years of experience in the field of Ayurveda. Right now she is working as an Ayurveda consultant with Life Aveda. She has immense knowledge about herbs, their uses, and formulations. She has published articles related to many herbs and diseases in an international journal. She is also a degree holder in yoga and naturopathy. Read More..

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