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एनीमिया में क्या खाएं और क्या नहीं खाएं?

आयुर्वेदिक चिकित्सा के अनुसार अगर एनीमिया की समस्या हो जाए तो यह शरीर के अंदर जठराग्नि को कमजोर कर देती है| इस रोग को पांडु के नाम से जाना जाता है, यह हीमोग्लोबिन को कम करने में यह अहम भूमिका निभाता है| रोगी अगर समय रहते इस बीमारी का उपचार न करे तो वह हृदय रोग, रक्तविकार, पेट रोग और फेफड़ों से सम्बन्धित अनेक रोगों से ग्रसित हो सकता है। आज इस आर्टिकल में हम आपको एनीमिया के लक्षण, कारण और उचित आहार के बारे में बताने जा रहे हैं|

एनीमिया रोग परिचय: Introduction of Anemia in hindi

जब व्यक्ति के शरीर में वात, पित्त और कफ दोष असन्तुलित हो जाते हैं तो वह इस बीमारी से संक्रमित हो जाता है| इस रोग में लोगों के अंदर खून की कमी होने लगती है, पुरुषों की तुलना में महिलाएं इस समस्या से ज्यादा परेशान रहती हैं जिसकी सबसे बड़ी वजह उनको मासिक धर्म होना है| आपकी जानकारी के लिए बता दें कि अगर पुरुष का खून 13 ग्राम और महिला का खून 11 ग्राम से कम है तो वह दोनों एनीमिया से ग्रसित हो सकते हैं|

एनीमिया के सामान्य लक्षण: Symptoms of Anemia in hindi

जब व्यक्ति के शरीर में रक्त की कमी होना शुरू हो जाती है तो उसको निम्नलिखित सामान्य लक्षण महसूस हो सकते हैं|
• हमेशा थका-थका महसूस होना
• अचानक से शरीर कमजोर हो जाना
• आँख, नाखून, त्वचा सब पीले हो जाना
• सांस फूलना इसका मुख्य लक्षण
• आँखों से कम दिखाई देना
• शरीर की कमजोरी से बार-बार चक्कर आना
• सीने में हल्का-हल्का दर्द हमेशा रहना
• खून की कमी से बालों का झड़ना

एनीमिया के मुख्य कारण: Causes of Anemia in hindi

निम्नलिखित कारणों को ध्यान में रखकर आप इस बीमारी से बचे रह सकते हैं|
• वंशानुगत होने से बच्चा जन्म के बाद ही इस बीमारी का शिकार बन सकता है
• जरूरी पोषक तत्वों का उचित मात्रा में सेवन न करने से
• शरीर के अंदर आयरन की कमी से भी एनीमिया होने का डर रहता है
• मासिक धर्म होने पर खून की कमी होना
• गर्भवती होने पर विटामिन की कमी से भी एनीमिया का खतरा बना रहता है
• 60 साल से ज्यादा उम्र हो जाने पर भी एनीमिया की समस्या हो सकती है
•  पेट से सम्बन्धित समस्याओं के कारण

खून की कमी को पूरा करने वाले आहार की सूची:

• एनीमिया से ग्रसित व्यक्ति अगर सुबह खाली पेट रोजाना अंकुरित मुंग, गेंहू और चने में नींबू, सेंधा नमक मिलाकर खाए तो काफी फायदा पहुँचता है। यह प्रयोग शरीर में पोषक तत्वों की कमी को पूरा करता है|
• हरि पत्तेदार सब्जियां जैसे पालक, सरसों, ताजा धनिया, घिया, और बीन्स का सेवन जरूर करना चाहिए|
• हमेशा मौसमी फलों जैसे पपीता, अमरूद, सेब, अनार, संतरा और आंवले का उपयोग वैद्य की सलाह के अनुसार ही करें|
• एनीमिया की समस्या हो जाने पर शरीर को आयरन की बहुत ज्यादा जरूरत होती है, इसलिए आपको बादाम, अखरोट, जैसे ड्राइ फ्रूट्स का भरपूर मात्रा में सेवन करना उचित रहता है|
• इन सभी के अलावा किशमिश, जौ, गाजर और दालें जैसे खाद्य पदार्थ भी शरीर में आयरन की कमी को पूरा करने में अहम भूमिका निभाते हैं|

एनीमिया को दूर करने के लिए घरेलू उपचार: Home Remedies of Anemia in Hindi

• दूध के साथ खजूर लाभकारी– खजूर के अंदर काफी मात्रा में आयरन पाया जाता है और देसी गाय का दूध भी अनेक पोषक तत्वों की खान माना गया है| अगर इस बीमारी से परेशान व्यक्ति रात को एक गिलास गुनगुने दूध के साथ 3 से 4 खजूर का सेवन करता है तो फायदेमंद रहता है|
• नीम्बू के साथ शहद उपयोगी– रोजाना सुबह एक गिलास गुनगुने पानी में एक चम्मच शहद मिलाकर पीने से खून की कमी पूरी हो जाती है|
• टमाटर का उपयोग कारगर– खून की कमी से परेशान व्यक्ति अगर रोजाना टमाटर का सूप सेवन करता है तो उसको बहुत जल्दी फायदा मिलता है| यह प्रयोग शरीर में आई कमजोरी को दूर करने में कारगर माना गया है|
• पालक एक राम बाण दवा– आपकी जानकारी के लिए बता दें कि पालक के अंदर सभी विटामिन , आयरन और कैल्शियम भरपूर पाया जाता है| यही वजह है कि एनीमिया से पीड़ित लोगों को वैद्य पालक खाने की सलाह देते नज़र आते हैं|
• मक्का भी खून बढ़ने में सहायक– मक्के को अगर भूनकर या फिर उबालकर नियमित रूप से सेवन किया जाए तो शरीर में आवश्यक पोषक तत्वों की कमी पूरी की जा सकती है|
• चकुंदर भी आयरन का खजाना–  एनीमिया पीड़ित व्यक्ति अगर एक गिलास चुकंदर रस में एक चम्मच शहद मिलाकर उपभोग करे तो खून की कमी को पूरा कर सकता है|
• लहसुन के अनेक फायदे– आयुर्वेदिक आचार्य एनीमिया रोगी को लहसुन खाने की सलाह देते हैं, क्योंकि इसके अंदर हीमोग्लोबिन बढ़ाने की क्षमता होती है|

एनीमिया को दूर करने वाली आयुर्वेदिक औषधि: Ayurvedic Medicine for Anemia in hindi

गिलोय एक उत्तम औषधि– आयुर्वेदिक चिकित्सा में इस जड़ी-बुटी को राम बाण माना गया है| इसके प्रयोग के लिए आप गिलोय का काढ़ा बना कर नियमित रूप से सेवन कर सकते हैं|
• कच्चा आँवला लाभदायक– अगर वैद्य की सलाह लेकर बराबर मात्रा में आंवले और जामुन का एक चम्मच रस गुनगुने पानी के साथ सेवन किया जाए तो शरीर में खून के स्तर को बढ़ाया जा सकता है|
• कच्चा सिंघाड़ा अति उत्तम– बता दें कि कच्चा सिंघाड़ा शरीर में खून की मात्रा को पूरा करने के साथ-साथ शरीर की रोगों से लड़ने की शक्ति को भी बढ़ा देता है|
• पानी में भीगे हुए काले तिल उपयोगी– खून की कमी से परेशान व्यक्ति को सुबह और शाम एक चम्मच भीगे हुए काले तिल पेस्ट बनाकर एक चम्मच शहद के साथ सेवन करने से बहुत जल्दी आराम मिलता है|
• मीठे दूध के साथ आम का सेवन लाभकारी– देसी गाय के एक गिलास दूध में मिश्री डालकर अगर आम का उपभोग किया जाए तो रक्त की कमी को कम समय में पूरा किया जा सकता है|
आधुनिक चिकित्सा पद्धति में शरीर के अंदर खून की कमी को पूरा करने के लिए अनेक दवाइयाँ बताई जाती हैं| परन्तु कुछ प्राकृतिक औषधियों और उचित आहार के द्वारा भी इस कमी को पूरा किया जा सकता है|
ऐसी रखें दिनचर्या:
• रोजाना सूर्योद्य से पहले उठें और सूर्य नमस्कार करें|
• योग, आसन और प्राणायाम को दिनचर्या में महत्वपूर्ण स्थान दें|
• एनीमिया से ग्रसित व्यक्ति रोजाना सुबह सूरज से विटामिन डी प्राप्त करे|
• सुबह और शाम 2 से 3 किलोमीटर टहलने जाएं|
• दिन में कम से कम 6 से 7 लिटर पानी का सेवन करें|

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About Dr. Ranjana Kaushal

Dr. Ranjana Kaushal (MD Ayurveda) has 11 years of experience in the field of Ayurveda. Right now she is working as an Ayurveda consultant with Life Aveda. She has immense knowledge about herbs, their uses, and formulations. She has published articles related to many herbs and diseases in an international journal. She is also a degree holder in yoga and naturopathy. Read More..

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