More results...

Generic selectors
Exact matches only
Search in title
Search in content
Post Type Selectors
post
page

डेंगू में प्लेटलेट काउंट को आयुर्वेदिक और घरेलू उपचार से कैसे बढ़ाएं

डेंगू बुखार वायरस मादा मच्छर के काटने से होता है। इसमें रोगी को कई दिनों तक बुखार रहता है, इसके अलावा पूरे शरीर के जोड़ों में असहनीय दर्द, सिरदर्द, त्वचा पर लाल निशान और प्लेटलेट्स कम होनी शुरू हो जाती है|

बच्चों और किशोरों में साधारण डेंगू होने की वजह से इस जानलेवा बीमारी के लक्षण पता नही चल पाते| अगर बुखार के बाद व्यक्ति का शरीर दर्द करने लग जाए तो समय रहते प्लेटलेट्स का टेस्ट करवा लेना सही रहता है।

आयुर्वेदिक चिकित्सा के अनुसार प्लेटलेट काउंट कम हो जाने पर रोगी को बार-बार चक्कर आने शुरू हो जाते हैं और शरीर में हल्का-हल्का दर्द बना रहता है| जब शरीर की रोगों से लड़ने की शक्ति कम होने लगती है तो प्लेटलेट्स भी कम हो जाती हैं|

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि एक व्यक्ति के शरीर में सामान्य प्लेटलेट 150 से 450 हजार प्रति माइक्रोलीटर होती है, परन्तु जब यह 120 से कम हो जाए तो किसी वैद्य सलाह लेकर उपचार ले लेना उचित रहता है|

डेंगू में प्लेटलेट कम होने के मुख्य कारण

व्यक्ति के शरीर में अगर प्लेटलेट काउंट कम होने लगे तो उसको आधुनिक चिकित्सा में थ्रोम्बोसाइटोपेनिया कहा जाता है। कुछ लोगों में यह समस्या अनुवांशिक हो सकती है, परन्तु कई बार इसके कारण अलग होते हैं| निम्नलिखित कारणों को जानकार आप आयुर्वेदिक चिकित्सा के द्वारा प्लेटलेट काउंट को आसानी से बढ़ा सकते हैं|

* कैंसर की वजह से करवाई जाने वाली कीमोथेरेपी एक मुख्य कारण|
* अत्यधिक मात्रा में एंटीबायोटिक दवाइयों का सेवन भी शरीर में प्लेटलेट को कम कर सकता है|
* आधुनिक चिकित्सा के मुताबिक कई बार शरीर में बोन मैरो उचित मात्रा में प्लेटलेट्स बनाने में असमर्थ हो जाते हैं|
* एनीमिया के कारण भी शरीर में प्लेटलेट नही बन पाती हैं|
* लीवर की एक गंभीर बीमारी सिरोसिस भी इसका अहम कारण हो सकती है|
* व्यक्ति के शरीर में विटामिन बी की कमी के कारण|

प्लेटलेट कम होने के सामान्य लक्षण


आपकी जानकारी के लिए बता दें कि जब भी शरीर में प्लेटलेट्स कम होंगी तो उसके लक्षण धीरे-धीरे दिखने शुरू होते हैं|

* डेंगू ग्रसित व्यक्ति के शरीर की त्वचा से रक्तस्राव होना।
* शरीर की त्वचा पर हुए लाल और बैंगनी रंग के निशानों से रक्त निकलना।
* खाना खाते समय या फिर दांत साफ़ करते समय मसूड़ों से रक्तस्राव होना।
* शरीर के अंदर अत्यधिक गर्मी हो जाने की वजह से नाक से खून निकलना शुरू हो जाता है, ये भी इसका मुख्य लक्षण है।
* डेंगू में जब महिलाओं की योनी से रक्त निकलना शुरू हो जाए तो इस लक्षण को कभी नज़रंदाज़ नही करना चाहिए|
* अगर व्यक्ति के मल और मूत्र से खून निकलने लगे तो तुरंत उसको प्लेटलेट टेस्ट करवा कर उपचार ले लेना चाहिए|

ध्यान देने योग्य बातें:

* रोजाना 8 से 10 गिलास पानी का सेवन करें
* सुबह उठते ही 6-8 भीगे हुए बादाम खाएं।
* विटामिन डी युक्त खाद्य पदार्थों का सेवन करें|
* लाल धब्बे, अत्यधिक रक्तस्राव, सांस फूलना, त्वचा का पीलापन ऐसा कुछ भी लक्षण दिखने पर वैद्य से सलाह आवश्य लें।
* हरी सब्जियां, केला, सेब का सूप, दलिया और हर्बल चाय का सेवन करें।
* जुलाई से नवम्बर के महीने में लंबी बाजू की शर्ट पहन कर रखें|

प्लेटलेट काउंट बढ़ाने वाले आयुर्वेदिक और घरेलू उपचार

यहाँ हम आपको डेंगू की वजह से कम हुई प्लेटलेट काउंट को बढ़ाने वाले कुछ आयुर्वेदिक और घरेलू उपायों के बारे में बताने जा रहे हैं, जिनके प्रयोग से आप इस जानलेवा बीमारी से सुरक्षित रह सकते हैं|

पपीता के पत्ते

इसके प्रयोग के लिए आप एक मुट्ठी पपीते के पत्ते लेकर साफ़ पानी में उबालकर काढ़ा तैयार कर लें और ठंडा होने पर इसका सेवन कर लें| इस प्रयोग का उपयोग आप दिन में दो बार कर सकते हैं| इसके अलावा आप रोजाना 150 ग्राम पपीते का सेवन भी कर सकते हैं, यह दोनों प्रयोग शरीर में प्लेटलेट्स के स्तर को काफी तेजी से बढ़ाने में मदद करते हैं|

अनार का सेवन लाभकारी

आयुर्वेदिक चिकित्सा के अनुसार अगर एक अनार के दाने रोजाना नाश्ते में सेवन किए जाएँ तो प्लेटलेट में काफी सुधार हो सकता है। इसके अलावा अनार के दानों का जूस सुबह और शाम पीना लाभकारी साबित हो सकता हैं। अगर डेंगू से ग्रसित व्यक्ति की प्लेटलेट काफी ज्यादा घट रही है तो ये दोनों प्रयोग उसके लिए कारगर हो सकते हैं|

गिलोय

गिलोय आपकी पाचन क्रिया और बिमारियों से लड़ने की शक्ति को बढ़ाने में मददगार साबित होती है| इसका सेवन शरीर में हानिकारक बैक्टीरिया को घुसने नही देता और आप डेंगू से जल्दी छुटकारा पा लेते हैं। इसके अलावा यह प्लेटलेट को भी बढ़ाने का काम करती है, इसका सेवन करने के लिए आप गिलोय के छोटे छोटे डंठल एक गिलास पानी में उबाल कर काढ़ा तैयार कर लें, जब यह ठंडा हो जाए तो इसको पी लें|

आप गिलोय की आयुर्वेदिक मेडिसिन का भी उपयोग कर सकते.

Life Aveda Premium Giloy Veg Capsule के लाभ – Life Aveda Premium Giloy Veg Capsule Benefits

Life Aveda Premium Giloy Veg Capsule इन बिमारियों के इलाज में काम आती है –

मुख्य लाभ

  • इम्यूनिटी बढ़ाना
  • एंटीऑक्सीडेंट


अमरूद का रस

अमरूद के रस में अनेक लाभकारी पोषक तत्वों पाए जाते हैं, इसको विटामिन सी का खजाना भी कहा जाता है जो प्रतिरक्षा को बढ़ावा देने में काफी मददगार होता है। अपने आहार में ताजे अमरूद के रस को शामिल करना डेंगू से निपटने के लिए फायदेमंद साबित हो सकता है।

विटामिन-सी खाद्य पदार्थ

प्लेटलेट बढ़ाने के लिए हर कोई डॉक्टर या वैद्य विटामिन-सी से भरपूर खाद्य पदार्थ जैसे कीवी, आंवला, संतरा और नींबू का सेवन करने की सलाह देता है| इनका सेवन आप जूस के रूप में कर सकते हैं, डेंगू के दौरान शरीर के अंदर रक्त जमना शुरू हो जाता है जो आपके प्लेटलेट को कम कर सकता है। अगर आपको पता हो विटामिन-सी के अंदर काफी मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट गुण पाया जाता है जो कम हुई प्लेटलेट को बढ़ाने में महत्वपूर्ण साबित होता है|

गाजर और चुकंदर

इसका प्रयोग करने के लिए सबसे पहले गाजर और चुकंदर को पानी के साथ साफ़ कर लें| इनका एक गिलास जूस दोपहर के समय सेवन करना प्लेटलेट काउंट बढ़ाने में फायदेमंद माना गया है| जब तक प्लेटलेट नियंत्रित न हो जाएँ आप इस प्रयोग रोजाना सेवन कर सकते हैं|

व्हीट ग्रास

प्लेटलेट कम हो जाने पर व्हीट ग्रास के प्रयोग को आयुर्वेदिक चिकित्सा में रामबाण औषधि माना गया है| इसका आधा गिलास जूस निकालकर उसके अंदर नींबू का मिश्रण करके दिन में एक बार सेवन कर सकते हैं| व्हीट ग्रास की बता करें तो इसमें क्लोरोफिल, विटामिन, फोलिक एसिड और जिंक जैसे लाभकारी पोषक तत्व पाए जाते हैं, जो शरीर की रोगों से लड़ने की शक्ति को बढ़ाने के साथ-साथ प्लेटलेट स्तर को भी संतुलित रखता है|

 

Find a Online Doctor Consultation: ऑनलाइन डॉक्टर परामर्श

लाइफ अवदा पर ऑनलाइन सलाह कैसे लें?
  1. +91 7743002520 पर परामर्श के लिए कॉल करें
  2. डॉक्टर से अपना सवाल पूछें
 
क्या ऑनलाइन परामर्श करना सुरक्षित है?

आपका परामर्श बिल्कुल सुरक्षित रहेगा। लाइफ आवेदा प्लेटफॉर्म बिल्कुल 100% निजी और सुरक्षित है। हमारे ग्राहक की जानकारी और स्वास्थ्य डेटा हमारे लिए सबसे महत्वपूर्ण चीज है और यह सर्वोत्तम तकनीक से सुरक्षित है।

Read More

डेंगू बुखार को आयुर्वेदिक उपचार से कैसे दूर करें, डेंगू मच्छर को कैसे पहचाने

About Dr. Ranjana Kaushal

Dr. Ranjana Kaushal (MD Ayurveda) has 11 years of experience in the field of Ayurveda. Right now she is working as an Ayurveda consultant with Life Aveda. She has immense knowledge about herbs, their uses, and formulations. She has published articles related to many herbs and diseases in an international journal. She is also a degree holder in yoga and naturopathy. Read More..

Share on:
Not satisfied with the information? Please send us your feedback at info@avedaayur.com

Leave a Comment

Click to Chat