वर्तमान समय का खान-पान और अनुचित दिनचर्या ही लोगों की फैटी लीवर ब्लड प्रेशर, हृदय रोग, मधुमेह, हेपेटाइटिस, सिरोसिस और कब्ज जैसी अनेक गम्भीर बीमारियों का कारण है। बात करें फैटी लीवर की तो इस स्थिति को काफी खतरनाक माना जाता है क्योंकि इसमें लिवर के आस-पास अतिरिक्त वसा जमा होने लग जाती है, जो अलग-अलग रोगों को आमंत्रित कर लेती है|

इस समस्या के दौरान व्यक्ति को साँस लेने में तकलीफ, पेट फूलना, अचानक वजन कम हो जाना या पेट दर्द जैसे लक्षण महसूस हो सकते जिनके बारे में हम आपको इससे पहले वाले लेख में अच्छे से बता चुके हैं। आज हम आपको फैटी लीवर के घरेलू उपाय, क्या खाना चाहिए, कौन से फल खाएं, कौन सी सब्जियां खाएं, क्या न खाएं और क्या  डाइट प्लान होना चाहिए इस बारे में महत्वपूर्ण जानकारी देने वाले हैं|

फैटी लिवर में क्या खाएं: Food to eat in Fatty Liver in Hindi

आयुर्वेद कहता है कि अगर सही मात्रा में उचित आहार का सेवन किया जाए तो फैटी लिवर जैसी कई समस्याओं को खत्म किया जा सकता है| निम्नलिखित खाद्य पदार्थों के सेवन से आप इस परेशानी से सुरक्षित रह सकते हैं|

* अखरोट– जो लोग नॉन अल्कोहलिक फैटी लिवर से ग्रसित रहते हैं उनके लिए इसका नियमित सेवन करना लाभकारी साबित हो सकता है| आधुनिक शोध कहती है कि इस प्रकार के जोखिम को अखरोट के विटामिन-ई और सेलेनियम एनएएफएलडी जैसे गुण कम करने में मुख्य भूमिका निभाते नज़र आते हैं|

* कॉफी– वर्तमान समय की एक रिपोर्ट के अनुसार नॉन अल्कोहलिक फैटी लिवर समस्या में पकॉफी का रोजाना सेवन फायदेमंद साबित हो सकता है| इसमें हेपटोप्रोटेक्टीव यानि लिवर को अनेक बीमारियों से सुरक्षित रखने महत्वपूर्ण गुण पाया जाता है| यही वजह है कि चिकित्सा विशेषज्ञ फैटी लिवर रोगी को कॉफी सेवन करने की सलाह देते नज़र आते हैं| एक बात का हमेशा ध्यान रखें बिना वैद्य की सलाह से इसका उपयोग न करें|

* टोफू– इस समस्या के रोगी टोफू को भी अपनी आहार सूची में रख सकते हैं, क्योंकि इसके अंदर भी हेपाटो प्रोटेक्टिव गुण काफी ज्यादा होता है| जो समय रहते लिवर की गंभीर बीमारियों के लक्षणों को खत्म करने के अलावा उसके कार्यों को संतुलित करने में मदद करता है|

* ग्रीन टी-– फैटी लिवर में ग्रीन टी का उपयोग करना भी कारगर माना गया है| आपकी जानकारी के लिए बता दें कि अगर इसके अर्क को उचित मात्रा में लिया जाए तो इसके एंटीइंफ्लेमेटरी यानि सूजन को कम करने और ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस यानि चिंता, तनाव को कम करने वाले गुण नॉन अल्कोहलिक फैटी लिवर के प्रकार को जड़ से खत्म करने का काम करते हैं|

* दलिया– अगर आपको पता हो ओटमील यानि दलिये में बीटा-ग्लूकॉन गुण बहुत ज्यादा पाया जाता है। आज की शोध तो स्पष्ट कर चुकी है यह गुण लोगों के मोटापे को जल्दी कम करने असरदार साबित होता है। और इस बारे में तो हम आपको पहले बता ही चुके हैं कि मोटापे को फैटी लिवर का सबसे अहम कारण माना गया है| इसलिए आज ही अपने डाइट प्लान में दलिये को शामिल करें|

* जैतून का तेल-– अगर वैद्य की सलाह लेकर भोजन पकाने में जैतून तेल का उपयोग किया जाए तो लिवर फैट की समस्या को जल्दी दूर किया जा सकता है| इसके अंदर पाए जाने वाले एंटी इंफ्लेमेटरी और हाइपोलिपिडेमिक जैसे गुण इस समस्या में फायदेमंद माने जाते हैं|

* लहसुन– लहसुन का उपयोग लिवर के पास जमा अतिरिक्त फैट को धीरे-धीरे कम कर देता है इसके अलावा यह आपके वजन को शरीर के अनुसार संतुलित बनाए रखता है|

फैटी लीवर में करें इन फलों का सेवन: Fruits for Fatty Liver Patients in Hindi

अगर आप काफी समय से फैटी लिवर से ग्रसित चल रहे हैं तो जल्दी से वैद्य की सलाह लेकर इसका उपचार करवा लें| आगे चलकर यह हेपेटाइटिस बी जैसी अनेक रोगों को अपने साथ आमंत्रित कर सकती है। निम्नलिखित फलों को अपने डाईट चार्ट में जोड़कर इस समस्या से बचा जा सकता है|

1. एवोकाडो– बढ़े हुए कोलेस्ट्रोल को भी फैटी लिवर का एक कारण माना जाता है, जिसको नियंत्रित करने के लिए आयुर्वेदिक सलाहकार एवोकाडो सेवन करने के लिए कहते हैं| इसका उपयोग लिवर को बिमारियों से बचाने के साथ-साथ उसको हेल्दी बना कर रखता है|

2. पपीता– यह फल फैटी लिवर रोगियों के लिए इसलिए फायदेमंद है क्योंकि इसका सेवन पाचन क्रिया को दुरुस्त बनाए रखता है जिससे वह पेट की कई परेशानियों से सुरक्षित बने रहते हैं|

3. संतरा– जब फैटी लिवर की समस्या बढ़ने लग जाती है तो उसके पास घाव बनने लग जाते हैं और इनको ठीक करने में विटामिन सी काम आता है। इस बात का तो सभी को पता है कि संतरे में बहुत ज्यादा विटामिन सी पाया जाता है, यही वजह है फैटी लिवर में यह फल उपयोगी माना गया है|

फैटी लीवर में करें इन सब्जियों का सेवन: Vegetables for Fatty Liver Patients in Hindi

इस समस्या में मौसमी और ताजी हरी सब्जियों का उपयोग फैटी लीवर रोगियों के लिए रामबाण साबित हो सकता है| आपकी जानकारी के लिए बता दें कि शकरकंद के अंदर काफी ज्यादा फाइबर और बीटा कैरोटीन जैसे गुण पाए जाते हैं जो लिवर के आस-पास की इंजरी में जल्दी ठीक करने में मदद करते हैं।

इसके अलावा पालक, ब्रोकली, ब्रसेल्स स्प्राउट्स और कोलार्ड पत्तियां में पाया जाने वाला एंटीइंफ्लेमेटरी गुण इस समस्या को जड़ से खत्म करने में कारगर माना गया है|

फैटी लीवर लोगों का डाइट प्लान: Fatty Liver Diet Plan in Hindi

नीचे दिए गए चार्ट के अनुसार खाद्य पदार्थों का सेवन करने से लिवर को हेल्दी रखने में मदद मिलती है|

* सूर्योदय से पहले उठकर 1 गिलास गुनगुना नींबू के पानी का सेवन करें|

* 8 से 8:30 के बीच नाश्ते में एक कप कॉफी या ग्रीन टी, या किसी मौसमी फल का जूस सेवन कर सकते हैं| इसके अलावा एवोकाडो, अंजीर और केला के फल को भी उचित मात्रा में काट कर खाया जा सकता है।

* 10: 30 से 11:30 बजे के बीच 5 से 6 बादाम या फिर एक 1 अच्छा सा सेब काटकर खाया जा सकता है|

* दोपहर के भोजन में 1 से 2:30  बजे के बीच दो फुल्का रोटी दाल या मिक्स वेज और हरे सलाद का सेवन किया जा सकता है| इसके अलावा दही का सेवन भी अंत में सेंधा नमक डालकर किया जा सकता है|

* शाम को 4 से 4:30 बजे के बीच ग्रीन टी या फिर हरी सब्जियों के सूप का सेवन करना भी लाभकारी साबित हो सकता है|

* रात के भोजन में 7:30 से 8:30 बजे के बीच 100 ग्राम ग्रील्ड लीन मीट या फिर दो फुल्का रोटी पनीर की एक कटोरी के साथ खा सकते हैं| सोने से आधा घंटा पहले 1 गिलास गुनगुना देसी गाय का दूध सेवन करना उचित रहता है|

फैटी लीवर में क्या न खाएं: Food To Avoid Fatty liver in Hindi

निम्नलिखित बातों को ध्यान में रखकर फैटी लिवर की समस्या से बचा जा सकता है|

* भूलकर भी न करें अल्कोहल और नशीले पदार्थों का सेवन|
* शुगर को बढ़ाने वाले खाद्य पदार्थों का उपयोग फैटी लिवर की समस्या को बढ़ा सकता है|
* तले हुए भोजन, जंक फ़ूड और फ़ास्ट फ़ूड का सेवन करने से बचें|
* नमक का सेवन हमेशा वैद्य की सलाह लेकर करें, इसका अनुचित उपयोग बीपी की समस्या को भी बढ़ा देता है|
* शरीर में वसा को बढ़ाने वाले खाद्य पदार्थों का उपयोग भी चिकित्सक से परामर्श लेकर करें| 

Find a Diet Consultation Online: ऑनलाइन डॉक्टर परामर्श

लाइफ अवदा पर ऑनलाइन सलाह कैसे लें?
  1. +91 7743002520 पर परामर्श के लिए कॉल करें
  2. डॉक्टर से अपना सवाल पूछें
क्या ऑनलाइन परामर्श करना सुरक्षित है?

आपका परामर्श बिल्कुल सुरक्षित रहेगा। लाइफ आवेदा प्लेटफॉर्म बिल्कुल 100% निजी और सुरक्षित है। हमारे ग्राहक की जानकारी और स्वास्थ्य डेटा हमारे लिए सबसे महत्वपूर्ण चीज है और यह सर्वोत्तम तकनीक से सुरक्षित है।