अगर आपको पता हो आयुर्वेद चिकित्सा भारत में पिछले अनेक सालों से चली आ रही है| जब भी व्यक्ति के शरीर में वात, पित्त और कफ़ दोष असंतुलित हो जाते हैं तो वह अलग-अलग बीमारियों से ग्रसित हो जाता है। कमर का दर्द वात दोष के सामान्य न रहने के कारण होता है| आज हम आपको इस आर्टिकल में कमर दर्द के लक्षण, कारण और उचित आहार की जानकारी देने वाले हैं|
कमर दर्द रोग परिचय : Introduction of Back Pain in hindi
वर्तमान समय में यह परेशानी सामान्य सी हो गई है| लोगों में इस समस्या के अलग-अलग लक्षण और कारण हो सकते हैं, किसी व्यक्ति की गलत दिनचर्या इस रोग का मुख्य कारण बन सकती है| आधुनिक शोध से पता चला है कि इस समस्या को लोग समय पर गंभीरता से नहीं लेते और आगे चलकर उनको बड़ी मुसीबतों का सामना करना पड़ता है|
कमर दर्द होने के सामान्य लक्षण: Symptoms of back pain in hindi
इस समस्या के लक्षण को समय रहते पहचान कर आप बचे रह सकते हैं और सही आयुर्वेदिक उपचार ले सकते हैं|
1. अक्सर देखा गया है कि कमर दर्द बढ़ जाने पर शरीर का तापमान भी काफी बढ़ जाता है|
2. बार-बार दर्द रहने पर कमर में सूजन आ जाती है|
3. हमेशा दर्द रहना शुरू हो जाता है|
4. बहुत देर तक बैठने और खड़े होने ये समस्या बढ़ सकती है|
5. रोगी के कुल्हे हमेशा सुन्न रहने लगते हैं|
6. यह दर्द धीरे-धीरे बढ़ता हुआ पैरों तक पहुँच जाता है|
कमर दर्द के कुछ सामान्य कारण: Causes of back pain in hindi
1. इस समस्या में देखा गया है कि मांसपेशियों में खिंचाव आना शुरू हो जाता है|
2. अनेक बार मांसपेशी में ऐंठन भी आने लगती हैं|
3. ज्यादा समय तक एक जगह बैठकर काम करने से भी यह समस्या हो सकती है|
4. शरीर में पाचन तन्त्र खराब हो जाने से भी कमर दर्द हो सकता है|
5. टीबी की बीमारी भी कमर दर्द का एक कारण है|
6. शरीरिक गतिविधि न करने के कारण भी यह समस्या होने का डर बना रहता है|
इन जरूरी बातों का रखें ध्यान
• रोजाना सूर्योदय से पहले उठकर 1 घण्टा योग, प्राणायाम और व्यायाम करें|
• हमेशा ताजा और पौष्टिक आहारों का सेवन करें|
• सुबह और शाम नियमित रूप से 2 से 3 किलोमीटर पैदल चलें|
• दिन में 5 से 6 लिटर पानी अवश्य पिएँ|
• कैल्शियम से भरपूर खाद्य पदार्थों का उपभोग ज्यादा करें|
• ताजा मौसमी फलों का सेवन लाभकारी|
• हरि पत्तेदार सब्जियों का सेवन रोजाना करें|
इन खाद्य पदार्थों का सेवन उपयोगी: Food to eat in back in hindi
कमर दर्द को दूर करने में सहायक निम्नलिखित खाद्य पदार्थों का सेवन करना फायदेमंद हो सकता है|
* अदरक एक लाभदायक दवा– अगर आपको पता हो इसके अंदर काफी मात्रा में एंटी इंफ्लेमेटरी और एंटी ओक्सिडेंट गुण पाए जाते हैं जो पाचन तंत्र को दुरुस्त बनाएं रखने में लाभकारी साबित होते हैं| अदरक के प्रयोग के लिए आप इसको काढ़ा बनाकर या फिर चाय में डालकर पी सकते हैं|
* हल्दी का उपयोग अति उत्तम– आयुर्वेदिक चिकित्सा के मुताबिक इसके अंदर एंटी-इन्फ्लेमेटरी गुण बहुत ज्यादा पाया जाता है, यह शरीर में हानिकारक बैकटिरिया को खत्म करके सूज़न को कम करने का काम करते है| इस प्रयोग का रोजाना उपयोग करने से मांसपेशियां मजबूत बनी रहती हैं|
* लहसुन एक दर्द निवारक औषधि– ये तो सभी को पता है कि लहसुन में अनेक दर्द निवारक गुण पाए जाते हैं। इसका प्रयोग करने के लिए आप लहसुन की 7 से 8 कलियाँ लें और उनको नारियल के तेल में अच्छे से गर्म कर लें, थोड़ी देर बाद तेल के ठण्डा हो जाने पर उसको कमर और शरीर के अन्य हिस्सों पर लगाएं| इस प्रयोग का नियमित रूप से उपयोग मांसपेशियों को मजबूती प्रदान करता है|
* देसी गाय का दूध फायदेमंद– इस दूध में A2 बहुत ज्यादा पाया जाता है जो कैल्शियम और विटामिन डी से भरपूर होता है| अगर रोजाना सोने से पहले इस दूध का सेवन किया जाए तो यह प्रयोग रीढ़ की हड्डी को मजबूत बनाए रखता है| आधुनिक चिकित्सा कहती है कि कैल्शियम की कमी से ही व्यक्ति को कमर में दर्द रहता है जिसको गाय का दूध खत्म कर सकता है|
* हमेशा तनाव मुक्त रहने का प्रयत्न करें– अगर आपको पता न हो अत्यधिक तनाव से भी कमर दर्द होने का खतरा बना रहता है, इसलिए अपना ध्यान योग साधना में लगाएं|
कमर दर्द से परेशान लोग निम्नलिखित आसान का प्रयोग करें:
भुजंगासन– इसके प्रयोग के लिए सबसे पहले पेट के बल सीधे लेट जाएं, इसके बाद अपनी कमर से ऊपर वाला हिस्सा उठाएं, ध्यान रहे दोनों पैर मिले हों, धीरे-धीर गर्दन को पीछे मोड़ें और कुछ समय तक इसी स्थिति में बने रहें| यह प्रयोग पाचन संबंधी समस्याओं को खत्म कर देता है और आप कमर दर्द से बचे रहते हैं|
मकरासन– इस आसान को करने के लिए पेट के बल लेटकर दोनों कोहनियों को मोड़कर सीधे हथेलियों पर ठोड़ी को रखें। इसके बाद धीरे-धीरे सांस लेते और छोड़ते हुए पैर की एड़ियों को कूल्हे से लगाने का प्रयास करें। यह प्रयोग बहुत जल्दी कमर दर्द की समस्या को दूर करने में मददगार साबित हो सकता है|
धनुरासन-– इस स्थिति में व्यक्ति का शरीर एक धनुष के समान हो जाता है। दोनों पैरों के घुटने को मोड़कर कूल्हे के ऊपर ले आएं इसके बाद दोनों हाथों से पंजों को पकड़कर सांस लेते हुए ऊपर की ओर उठें। यह आसन हड्डियों को मजबूत बनाने में अहम भूमिका निभाता है|
शालाभासन — सबसे पहले आप पेट के बल लेटें, इसके बाद दोनों हाथों को जांघ के नीचे रखें। साँस लेते और छोड़ते समय दाहिने पैर को बिना मोड़े आराम से ऊपर उठा लें| इस आसन का नियमित प्रयोग अनेक बीमारियों से दूर करने में कारगर साबित होता है|
भूलकर भी न करें इन खाद्य पदार्थों का सेवन- Food to avoid in back pain in hindi
आयुर्वेदिक चिकित्सा में कुछ खाद्य पदार्थ ऐसे भी हैं जिनका सेवन करना आपके लिए हानिकारक हो सकता है|
• ज्यादा अनाज का उपयोग न करें|
• चीनी का उपयोग हमेशा वैद्य की सलाह के अनुसार करें|
• राजमा, उड़द की दाल और कढी का उपयोग कमर दर्द रोगी को कभी नही करना चाहिए|
• धूम्रपान और नशीले पदार्थों के सेवन से बचें।
• तले हुए आहार और फास्ट फूड से दूरी बनाएं|
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