वर्तमान समय में कब्ज की समस्या हर इन्सान को रहती है, जिसकी वजह से उसको पेट से संबंधित अनेक समस्याओं का सामना करना पड़ता है| अगर किसी को कब्ज हो जाए तो वह अनेक बार शौच करने जाता है परन्तु फिर भी उसका पेट साफ नही पाता और वह सारा दिन थका-थका महसूस करता है| कब्ज से ग्रसित व्यक्ति को मल त्यागने करने में काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है| इसकी सबसे बड़ी वजह आज-कल का गलत खान-पान और खराब दिनचर्या का होना है, जिसके कारण खाना हजम नही हो पाता और कब्ज रहने लगती है| संतुलित आहार और स्वस्थ जीवन शैली कब्ज से संबंधित समस्याओं को दूर कर सकती है।
कब्ज का परिचय: Constipation in Hindi
आयुर्वेद के अनुसार जब शरीर में वात, पित्त और कफ दोष असंतुलित रहने लगते हैं, तो व्यक्ति अलग-अलग बिमारियों से संक्रमित होना शुरू हो जाता है| लोगों के खराब आहार और अनुचित दिनचर्या से जठराग्नि (Digestion Power) कमजोर होने लगती है, इससे शरीर की पाचन क्रिया खराब हो जाती है| जब वात दोष असंतुलित हो जाता है तो आंतों में विषाक्त पदार्थ जमने लगता है, जिसके बाद इन्सान कब्ज और गैस जैसी समस्याओं से परेशान रहने लगता है और उसे मल त्यागने में दिक्कत होनी शुरू हो जाता है|
कब्ज होने के लक्ष्ण क्या हैं?: Symptoms of Costipation in hindi
1. मल का कठोर हो जाना– जब आपका मल गांठ के रूप में आना शुरू हो जाए तो उसी समय किसी वैद्य से सलाह लेकर उचार करना शुरू कर दें, नही तो ये समस्या पीड़ादायक बीमारी का रूप ले सकती है|
2. बार-बार गैस बनना– गलत खान-पान की वजह से और शारीरिक गतिविधि कम होने के कारण पाचन क्रिया कमजोर पड़ जाती है, खाना हजम न होने के कारण गैस बनना शुरू हो जाती है|
3. मल का समय पर न आना या कम आना– अक्सर देखा गया है कि इन्सान मल त्यागने के लिए जाता है और उसका पेट सफ नही हो पाता, ये क्रिया चलती रहती है| इस स्थिति को आप कभी भी नज़रंदाज़ न करें|
4. जोर ज्यादा लगना– कई बार तो व्यक्ति को मल त्याग के समय काफी ज्यादा जोर लगाना पड़ता है, ये भी कब्ज के मुख्य लक्षणों में से एक है|
5. हमेशा सिर दर्द रहना– जब खाना हजम नही हो पाता तो पेट में गैस बनना शुरू हो जाती है और वह धीरे-धीरे सिर में चढ़ने लग जाती है| इसकी वजह से हमेशा सिर दर्द रहने लगता है, यह एक महत्वपूर्ण कब्ज का लक्ष्ण है|
इन सभी के अलावा हमेशा थकावट रहना, मुहं से बदबू आना, मुहं के अंदर छाले हो जाना और चेहरे पर फुंसियाँ होना भी कब्ज के सामान्य लक्ष्ण हैं| अगर आपको भी इनमें से कोई महसूस होता है तो उसी समय इसका आयुर्वेदिक उपचार लेना शुरू कर दें|
कब्ज के सामान्य कारण: Causes of Constipation in Hindi
1. पानी कम पीना– आधुनिक शोध से पता चला है कि इन्सान जब बैठकर काम कर रहा होता है तो वह बहुत कम पानी पीता है| बता दें कि पानी कब्ज जैसी बिमारियों से बचाए रखने के साथ-साथ शरीर को पर्याप्त एनर्जी देने में भी सहायक साबित होता है|
2. तले हुए और मसालेदार आहार का सेवन– आज अगर आप किसी से भी फ़ास्ट फ़ूड और तले हुए खाना खाने के लिए पुछेंगें तो वह न नही करेगा| लोग इस खाने के लाजवाब स्वाद से अपनी पाचन क्रिया को खराब कर देते हैं और कब्ज जैसी समस्याओं को शरीर में आमंत्रित कर लेते हैं|
3. हमेशा चिंता और तनाव में रहना– कुछ लोग ऑफिस के काम को लेकर, अपनी निजी जिंदगी को लेकर या अपने भविष्य को लेकर हमेशा चिंता और तनाव में रहते हैं जो कब्ज का मुख्य कारण है|
4. शारीरिक गतिविधियाँ का कम होना– बैठकर काम करने से पेट में गैस बनने लगती है और शारीरिक गतिविधियाँ न करने के कारण व्यक्ति कब्ज का शिकार होने लगता है|
5. समय पर भोजन न करना– अगर समय पर भोजन का सेवन न किया जाए तो शरीर के अंदर जठराग्नि कमजोर होने लगती है जिससे व्यक्ति को हमेशा कब्ज की समस्या बनी रहती है|
6. रेशेदार भोजन का कम सेवन: रेशेदार भोजन का कम सेवन कब्ज के पीछे एक सामान्य कारण है। अपने दैनिक भोजन में रेशेदार भोजन को शामिल करने से कब्ज से छुटकारा पाने में मदद मिल सकती है।
इसके अलावा रात भर जागना, शराब, तंबाकू, सिगरेट का सेवन, भोजन चबा कर न खाना और मैदे से तैयार खाद्य पदार्थों का अत्यधिक सेवन भी कब्ज के कारण हैं|खाद्य पदार्थों की सूची दी गई है जिनका कब्ज से पीड़ित रोगियों को पालन करना चाहिए।
कब्ज के लिए आयुर्वेदिक आहार चार्ट : Diet chart for constipation in hindi
कब्ज में क्या खाना चाहिए: Food To eat in constipation in hindi
✔️ अनाज: मकई, सोया आटा, ब्राउन राइस, दलिया, पूरी गेहूं की रोटी, जई, चोकर, जौ
✔️ सभी फल और हरी पत्तेदार सब्जियां
✔️ दालें: सभी दालें, फलियां, सोयाबीन, और इसके उत्पाद
✔️ डेयरी उत्पाद: कम वसा वाला दूध (कभी-कभी), कम वसा वाला दही, कम वसा वाला पनीर, कम वसा वाला दही, मलाई रहित दूध और छाछ
✔️ मसाले: काली मिर्च, सेंदा नमक, मेथी, धनिया, अजवायन, जीरा, पुदीना, हल्दी और सौंफ
✔️ पेय: आंवला का रस, नींबू पानी, एलोवेरा का रस, करेले का रस, व्हीटग्रास का रस, गाजर का रस, सोया दूध और घर का बना सूप
✔️ मांस का भोजन: उबला अंडा (केवल सफेद भाग)
✔️ सूखे मेवे और बीज: भांग के बीज, बादाम, हेज़लनट्स, अखरोट, कद्दू के बीज, तिल के बीज, अलसी के बीज, सूखे किशमिश और खुबानी
✔️ तेल: चावल की भूसी का तेल, कैनोला तेल, सोयाबीन का तेल, जैतून का तेल, सरसों का तेल, मूंगफली का तेल और गाय का घी अन्य खाद्य पदार्थ: टोफू, धनिया, और पुदीने की चटनी, गुड़, शहद और घर की बनी चीजें
कब्ज में परहेज करने वाले खाद्य पदार्थ : Food to avoid in constipation in hindi
साबुत मैदा, सफेद चावल, सफेद ब्रेड
सभी पैक और डिब्बाबंद फल, कच्चे केले और डिब्बाबंद सब्जियां
सूखी और जमी हुई दालें
गाढ़ा दूध, क्रीम चीज़, पूर्ण वसा वाला दही, संपूर्ण दूध और क्रीम
मिर्च और लाल मिर्च पाउडर
डिब्बाबंद और पैक्ड पेय, शराब, कार्बोनेटेड पेय, कैफीनयुक्त पेय
सभी मांस खाद्य पदार्थ
काजू और मूंगफली मक्खन, नारियल का तेल, ताड़ का तेल, क्रीम, और असंतृप्त वसा
सभी बेकरी उत्पाद, बिस्कुट, केक, पुडिंग, पेस्ट्री, आइसक्रीम, मसालेदार भोजन, अचार, तले हुए खाद्य पदार्थ, नूडल्स। मैगी, पास्ता, या कोई भी जंक फूड
कब्ज दूर करने के कुछ घरेलू उपयोग: Home Remedies for constipation in hindi
इन घरेलू उपयोगों के द्वारा आप कब्ज जैसी अनेक समस्याओं को दूर कर सकते हैं और अपने पाचन तन्त्र को मजबूत बना सकता हैं|
* बेल का फल खूब फायदेमंद– आयुर्वेद के अनुसार बेल का फल खाना हजम करने के अलावा कब्ज को बहुत जल्दी दूर करने में फायदेमंद साबित होता है।
* अजवायन कब्ज का पक्का इलाज– रात को सोने से आधा घंटा पहले एक चुटकी अजवायन को चबा-चबा कर खाने से भी कब्ज की समस्या दूर हो जाती है|
* एरण्ड का तेल भी है लाभकारी– आयुर्वेदिक चिकित्सा के मुताबिक अगर कब्ज से ग्रसित इन्सान रात को 1 गिलास देसी गाय के गर्म दूध में 1 चम्मच एरण्ड का तेल मिलकर रोजाना सेवन करे तो काफी फायदा मिलता है।
* सौंफ भी है कारगर– शाम को समय पर खाना खाने के बाद अगर एक चम्मच सौंफ खा लिया जाए तो पाचन क्रिया संतुलित बनी रहती है|
* त्रिफला चूर्ण महत्वपूर्ण औषधि– अगर रात के खाने के 1 घंटे बात त्रिफला चूर्ण का सेवन गुनगुने पानी के साथ किया जाए तो पुरानी कब्ज को भी खत्म किया जा सकता है|
* मधु भी उपयोगी दवा– रात को एक चम्मच शहद का सेवन पाचन क्रिया को दुरुस्त बनाए रखता है, इसके अंदर पाया जाने वाला लैक्सटिव गुण कब्ज को खत्म कर देता है|
कुछ अन्य घरेलू उपयोग जैसे रत को खाना खाने के बाद थोड़ा सा गुड़ जरुर खाएं, सुबह उठकर सिंधा नमक मिलाकर गुनगुना पानी रोजाना सेवन करें और सबसे जरूरी देसी गाय के दूध में एक चम्मच गाय का घी मिलाकर सेवन करने से शरीर स्वस्थ और निरोगी बना रहता है|
योग और आसन से करें कब्ज का इलाज: Yoga for constipation
योग और आसन आपके शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के साथ-साथ कब्ज जैसी समस्याओं को दूर करने में सहायक साबित होते हैं|
1. तितली मुद्रा आसन– इस स्थिति में आपका शरीर एक तितली के जैसा दीखता है, इसके रोजाना प्रयोग से पाचन तंत्र मजबूत बना रहता है और कब्ज, गैस, पेट से संबंधित समस्याएँ नही होती|
2. पवन मुक्तासन भी फायदेमंद– इस स्थिति में शरीर के अंदर की अतिरिक्त गैस आसानी से बाहर निकल जाती है। यह आसन पाचन से संबंधी विकार को बहुत जल्दी खत्म करने का काम करता है|
3. अर्ध-मत्स्येन्द्रासन भी उपयोगी– इस आसन को करने से मल त्यागने में आने वाली परेशानियाँ और पेट की अनेक समस्याएँ दूर हो जाती हैं|
4. मयूरासन का प्रयोग असरदार– इस आसन के द्वारा पेट की आंतें काफी मजबूत होती हैं और पाचन क्रिया संतुलित बनी रहती है|
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