प्राकृतिक जड़ी बूटी अश्वगंधा का इस्तेमाल आयुर्वेद और आधुनिक चिकित्सा पद्धति में कई सालों से अनेक बीमारियों के उपचार में होता आ रहा है| आयुर्वेदिक पद्धति में तो इस महत्वपूर्ण औषधि का उपयोग 5000 हजार वर्षों से पुरुषों के यौन विकारों को दूर करने, तनाव, चिंता को संतुलित बनाए रखने, शारीरिक और मानसिक ऊर्जा में वृद्धि करने के लिए होता आ रहा है। आज इस लेख में हम अश्वगंधा के स्वास्थ्य के प्रति लाभ, उपयोग करने का तरीका, ख़ुराक, दुष्प्रभाव और इसकी सावधानियों के बारे में उपयोगी जानकारी साझा करने वाले हैं जिसका आपको पता होना बहुत जरूरी है|

अश्वगंधा क्या है? Ashwagandha Kya hai?

इस प्राकृतिक जड़ी बूटी का उपयोग हमारे प्राचीन ऋषि मुनि और वैद्य कई गम्भीर रोगों को दूर करने के लिए करते आ रहे हैं| वैज्ञानिक भाषा में इस औषधि को विथानिया सोमनिफेरा नाम से जाना जाता है, यह स्वाद में कड़वी और कसेला होती है जिस कारण से कई लोग इसका सेवन करने से हिचकिचाते हैं। घोड़े के समान गंध आने की वजह से इसको अश्वगंधा नाम दिया गया है। 

पूरे विश्व के अंदर तो इस पौधे की कई प्रजातियां पाई जाती हैं परन्तु भारत में मुख्य रूप से छोटी और बड़ी असगंध ही प्राप्त हो पाती है| छोटे आकार के पौधे सबसे ज्यादा राजस्थान में पाए जाते हैं, मध्यप्रदेश और पंजाब में भी इसकी काफी खेती की जाती है| भारत के अलावा नेपाल और चीन जैसे देशों में भी इसका उत्पादन काफी ज्यादा मात्रा में होता है| आयुर्वेदिक दवाइयों को बनानने के लिए बड़ी असगंध का प्रयोग ज्यादा किया जाता है|  

अश्वगंधा के लाभकारी पोषक तत्व : Ashwagandha Nutrition in Hindi

यह औषधि व्यक्ति के शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद मानी जाती है| इसमें एंटी इंफ्लेमेटरी, एंटी बैक्टीरियल एजेंट और एंटीऑक्सीडेंट जैसे औषधीय गुणों के साथ-साथ कार्बोहाइड्रेट, ऊर्जा, फाइबर, मॉइस्चर, प्रोटीन, ऐश, कैल्शियम, विटामिन-सी, आयरन और फैट जैसे लाभदायक पोषक तत्व पाए जाते हैं|

अश्वगंधा के 10 प्रमुख फायदे : Benefits of Ashwagandha – Ashwagandha key fayde in hindi

इस औषधि के पोषक तत्वों की सहायता से आप निम्नलिखित फायदे उठा सकते हैं |

कैंसर– अश्वगंधा के नियमित सेवन से कीमोथेरपी के नुकसान को खत्म किया जा सकता है| इसके एंटी-ट्यूमर गुण कैंसर उपचार में मददगार साबित होते हैं, आधुनिक रिपोर्ट के मुताबिक इस पौधे की जड़ और पत्तियों को कैंसर की दवाइयां बनाने के लिए इस्तेमाल किया जाता है|

कोलेस्ट्रॉल– इस औषधि के अंदर मौजूद एंटीऑक्सीडेंट और एंटी इंफ्लेमेटरी गुण हृदय रोगों से आपको बचा कर रखते हैं| विशेषज्ञ कहते हैं कि इसका उचित सेवन व्यक्ति के हृदय को मजबूती प्रदान करता है जिससे शरीर में बैड कोलेस्ट्रॉल संतुलित बना रहता है|

प्रजनन क्षमता– अश्वगंधा का उपयोग पुरुषों के शुक्राणुओं की गुणवत्ता और संख्या को बढ़ाने में अहम भूमिका निभाता है| इस औषधि के सेवन से टेस्टोस्टेरोन की कमी को आसानी से पूरा किया जा सकता है और उनकी प्रजनन क्षमता को मजबूत बनाया जा सकता है|

रोग प्रतिरोधक क्षमता–  इस प्राकृतिक जड़ी बूटी के अंदर इम्यूनोमॉड्यूलेटरी गुण पाए जाते हैं जो व्यक्ति के शरीर की रोगों से लड़ने की शक्ति को बढ़ा देते हैं| आयुर्वेद कहता है कि आंवला और शतावरी के साथ अश्वगंधा का मिश्रण करके सेवन करने से रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत बनाया जा सकता है|

मधुमेह अश्वगंधा में पाया जाने वाला एंटी डायबिटिक गुण व्यक्ति के शरीर में शुगर की मात्रा को संतुलित बनाए रखने का काम करता है|  इसका सेवन इन्सुलिन को बढ़ने से रोक देता है जिससे शुगर होने का डर दूर हो जाता है। मधुमेह ग्रसित व्यक्ति को इस औषधि का सेवन वैद्य के परामर्श से ही करना चाहिए|

मोटापा कम करे– आयुर्वेद चिकित्सा विशेषज्ञों के अनुसार अगर मोटापा ग्रसित व्यक्ति इस जड़ी-बूटी की जड़ का अर्क सुबह ख़ाली पेट रोजाना सेवन करे तो अपने वजन को नियंत्रित कर सकता है| इसका सेवन आप देसी गाय के दूध या फिर शुद्ध दूध शहद के साथ भी कर सकते हैं|

आँखों के लिए– वर्तमान समय में लोग काफी जल्दी आँखों की बीमारियों से ग्रसित हो रहे हैं| कुछ समय पहले हुई एक शोध के अनुसार अश्वगंधा के अंदर पाया जाने वाला एंटीऑक्सीडेंट गुण मोतियाबिंद जैसे रोगों को रोकने में मददगार साबित होता है|

पाचन क्रिया– जो लोग पाचन क्रिया सम्बन्धी आम समस्या अपच से परेशान रहते हैं उनके लिए यह औषधि रामबाण मानी गई है| अश्वगंधा का एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण लिवर की सफाई करने के साथ-साथ उसकी सूजन जैसी समस्याओं को खत्म करने में सहायता करता है| रात को सोने से पहले दूध के साथ इसका सेवन करना फायदेमंद रहता है|

यौन सम्बन्धी समस्या– मांसपेशियों के मजबूत होने से व्यक्ति हर बीमारी से बचा रहता है| ज्यादा चिंता और तनाव की वजह से पुरुष आज के समय में काफी जल्दी  की समस्या का शिकार हो जाते हैं| नियमित रूप अश्वगंधा का सेवन आपकी कामेच्छा को बढ़ा देता हैं जिससे इरेक्टाइल डिसफंक्शन और शीघ्रपतन जैसी समस्याएँ दूर होने लगती हैं|

चिंता और अवसाद– वर्तमान समय की बात करें तो हर व्यक्ति मानसिक तनाव का शिकार है, जिसके अलग-अलग कारण हो सकते हैं| परन्तु अश्वगंधा के अंदर पाया जाने वाला एंटी-स्ट्रेस गुण चिंता और अवसाद जैसी परेशानियों को दूर करने में मददगार साबित होता है|

अश्वगंधा को किस रूप में करें सेवन : How to Take Ashwagandha in Hindi

डॉक्टर की सलाह के अनुसार ही इसका सेवन करना अच्छा रहता है, इस औषधि को निम्नलिखित रूप में लिया जा सकता है|

*आयुर्वेद चिकित्सा पद्धति में अश्वगंधा का चूर्ण ही सबसे ज्यादा उपयोग किया जाता है| इसको सोने से पहले या खाने बाद दूध, शहद और देसी घी के साथ सेवन किया जा सकता है|

* आज के समय में अश्वगंधा कैप्सूल भी इस जड़ी-बूटी के मिश्रण से तैयार किया जाता है|

* अश्वगंधा को का तरल रूप जिसको दूध या पानी के साथ सेवन किया जा सकता है|

क्या अश्वगंधा सुरक्षित औषधि है : Kya ashwagandha khana sahi hai : Is it safe to consume Ashwagandha in hindi

अगर इसका सेवन उचित मात्रा में वैद्य से सलाह लेकर किया जाए तो इसके अनेक स्वास्थ्य फायदे हैं| परन्तु कुछ लोग इसके फायदों के बारे में जानकर अधिक मात्रा में इसका उपयोग कर लेते हैं जो हानिकारक साबित हो सकता है|

सेवन करने की विधि : How to Consume Ashwagandha in hindi

अश्वगंधा का उपयोग हमेशा सही मात्रा में ही करना बेहतर माना जाता है, इसलिए वैद्य रोजाना 4 से 6 ग्राम चूर्ण रोजाना सेवन करने की सलाह देते हैं|

अश्वगंधा का दाम और इसे कैसे खरीदें : What to Keep in Mind while buying Ashwagandha

आयुर्वेद के सबसे लोकप्रिय चिकित्सालय अवेदा आयुर के अश्वगंधा कैप्सूल को आप गूगल वेबसाइट – www.avedaayur.com से ऑर्डर कर सकते हैं या फिर +91 7743002520 पर कॉल या व्हाट्सएप भी कर सकते हैं।  इसके अलावा आप पंजाब के मोहाली जिले में स्थित इस चिकित्सालय से भी इस लाभकारी औषधि को प्राप्त कर सकते हैं| इसका ऑनलाइन दाम 670 रुपए है, इसकी एक बोतल में 60 टेबलेट होती हैं|

अश्वगंधा सामान्य दुष्प्रभाव और सावधानियां : Side effects of Ashwagandha in hindi

इस औषधि का कोई नुकसान नही है अगर ध्यानपूर्वक सेवन किया जाए, लेकिन फिर भी इसके कुछ सामान्य दुष्प्रभाव का पता होना आपको बहुत जरूरी है जिसका वर्णन इस प्रकार है…

* अगर आप थायराइड की समस्या से परेशान है तो इसका सेवन वैद्य से सलाह लेकर ही करें|
* तासीर गर्म होने से इसका अधिक उपयोग गैस, पेट दर्द, दस्त का कारण बन सकता है|
* अगर आपको अनिद्रा की समस्या हो तो इसका सेवन न करें|
* ब्लड प्रेशर रोगी को इसके सेवन से दूर करना चाहिए|
* गर्भवती महिला अश्वगंधा का उपयोग भूलकर भी न करे|

अश्वगंधा के सेवन से जुड़ी कुछ आवश्यक जानकारी: Precautions related to Ashwagandha Uses

इस आयुर्वेदिक दवा का इस्तेमाल करने से पहले वैद्य को से अपनी पुरानी बीमारियों और जिन दवाइयों का आप सेवन कर रहे हैं| अश्वगंधा का सेवन करते समय निम्नलिखित सावधानियों का ध्यान रखें

* छोटे बच्चों को इसका सेवन वैद्य की सलाह लेकर करना चाहिए|
* मधुमेह रोगी को भी एक बार पहले डॉक्टर से परामर्श कर लेना चाहिए|
* अगर कोई महिला गर्भवती है तो इसका सेवन न करे|

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