More results...

Generic selectors
Exact matches only
Search in title
Search in content
Post Type Selectors
post
page

पुरुषों में फंगल इंफेक्शन के कारण और जोखिम भरे कारक क्या हैं?

आज के समय में पुरुषों में फंगल इंफेक्शन की समस्या आम हो गई है जिसको सामान्य स्थिति में खत्म करना बहुत जरूरी है| पुरुषों में यह परेशानी किसी भी प्रकार के बाहरी संक्रमण से हो सकती है जो धीरे धीरे शरीर के अलग-अलग हिस्सों में फैलती चली जाती है, इस स्थिति में आपके शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता भी कम नही कर पाती है| अगर फंगल इंफ्केशन के संक्रमण की बात करें तो धूल-मिट्टी, हवा, पेड़, पौधे, फुल, पत्ते और पानी से भी फैल सकता है|

फंगल इंफ्केशन परिचय

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि कुछ संक्रमण आपको आंतरिक रूप से परेशानी में डाल सकते हैं, इनमें से कुछ का होना व्यक्ति के शरीर के लिए अच्छा होता है और कुछ का होना हानिकारक माना जाता है| शरीर के अंदर जब खराब संक्रमण बढ़ने लग जाए तो उसको संतुलित करना काफी कठिन हो सकता है|

आधुनिक शोध के अनुसार ये आसानी से खत्म नही होते और व्यक्ति को बार-बार आपना शिकार बनाते रहते हैं| आज इस लेख में हम पुरुषों के फंगल इंफ्केशन के कारण, लक्षण, प्रकार और उपचार के बारे में अति महत्वपूर्ण जानकारी देने वाले हैं| इसीलिए इस आर्टिकल में मैं आपको बताऊंगा कि फंगल इन्फेक्शन क्या है? इसके अलावा, फंगल इन्फेक्शन के प्रमुख प्रकार, लक्षण और फंगल इन्फेक्शन के उपचार  के बारे में भी जानकारी दूंगा।

फंगल इंफेक्शन के कारण

निम्नलिखित कारणों को ध्यान में रखकर आप इस समस्या से बचे रह सकते हैं…

* अगर महिला साथी के साथ असुरक्षित यौन संबंध बनाया तो भी फंगल इंफेक्शन हो सकता है
* अधिक पसीना भी इस समस्या का मुख्य कारण माना गया है
* बहुत ज्यादा टाइट कपड़े पहनने से फंगल इंफेक्शन हो सकता है
* अगर गुप्तांगों में स्वच्छता न रखी जाए
* अधिक मात्रा में एंटीबायोटिक के सेवन के कारण ये समस्या होने का डर बना रहता है
* शारीरिक संबंध बनाते समय स्वच्छता का ध्यान न रखने पर
* शरीर की रोगों से लड़ने की शक्ति के कमजोर हो जाने के कारण

पुरुष फंगल इंफेक्शन के मुख्य लक्षण:

नीचे बताए गए लक्षणों को ध्यान में रखकर इस समस्या से सुरक्षित रहा जा सकता है….

* शरीर की त्वचा में परिवर्तन
* शारीरिक सम्बन्ध बनाते समय घबराहट स्किन में बदलाव आना
* त्वचा पर लाल निशान लालिमा आना
* बाहरी त्वचा पर बार-बार खुजली
* लिंग के अगले भाग पर सूजन आना
* पेशाब करते समय लिंग में जलन

पुरुष फंगल इंफेक्शन के प्रकार:

आधुनिक चिकित्सा में इस समस्या के मुख्य रूप से तीन प्रकार माने गए हैं जो निम्नलिखित हैं

जांघों का इंफेक्शन

आधुनिक चिकित्सा पद्धति में जांघों के बीच होने वाले इस फंगल इन्फेक्शन को जोक इच के नाम से जाना जाता है। आज के समय में पुरुषों में यह इंफेक्शन बहुत ही सामान्य समस्या माना जाता है। इस फंगल का बैक्टीरिया भी नमी और हल्के गर्म वातावरण में ज्यादा फैलता है। जहाँ पर व्यक्ति को सबसे ज्यादा पसीना आता है वहीं पर यह संक्रमण अपना प्रभाव दिखाता है|

अगर आप जोक इच से ग्रसित किसी भी इंसान से मिलते हैं या फिर उसका कोई सामान इस्तेमाल करते हैं तो आपको यह इन्फेक्शन होने का पूरा-पूरा खतरा बना रहता है। बता दें कि महिलाओं के साथ-साथ पुरुषों में भी गुप्तांगों के आस-पास इसका असर देखने को मिल सकता है|

वैसे तो डॉक्टर इस समस्या को देख कर ही पहचान लेते हैं परन्तु अगर उनको जरा सा भी शक होता है तो वह त्वचा का परिक्षण करवा सकते हैं| जांघों के इन्फेक्शन को स्वच्छता और उचित दवाइयों के उपचार से दूर करने की सलाह दी जाती है| अगर यह समस्या बढ़ जाए तो डॉक्टर से मिलकर ही इसका उपचार लेना चाहिए क्योंकि खुद से किसी भी दवाई का सेवन करना हानिकारक साबित हो सकता है| फंगल इन्फेक्शन वाले हिस्से को साफ़ रखने की हमेशा कोशिश करें|

दाद

इस समस्या को आप आधुनिक भाषा में टीनिया कॉर्पोरिस के नाम से भी पहचान सकते हैं| इसको त्वचा का फंगल इन्फेक्शन कहा जाता है जो असर डेड टिश्यू बैक्टीरिया के संक्रमण से हो सकता है| इस बात का आपको होना चाहिए कि त्वचा के अलावा नाख़ून और बालों पर भी इस फंगस का असर देखने को मिल सकता है|

इस फंगल इन्फेक्शन को उसके आकार और लाल निशान के द्वारा जल्दी पहचाना जा सकता है| इस इन्फेक्शन के आस-पास लाल रंग के चकत्ते होने लग जाते हैं, जिसके ऊपर काफी खुजली होने लग जाती है। इस फंगल का संक्रमण काफी तेजी से फैलता है, अगर किसी व्यक्ति को टीनिया कॉर्पोरिस की समस्या है और दूसरा व्यक्ति उसके पास आकर संक्रमित व्यक्ति की त्वचा के संपर्क में आता है तो उसको भी यह फंगल इन्फेक्शन हो सकता है|  एक शोध के अनुसार अनेक पशुओं के पास जाने से भी यह समस्या हो सकती है|

डॉक्टर भी इस समस्या को समझने में चकमा खा जाते हैं, इसलिए इसकी सही पुष्टि करने के लिए वह त्वचा का परिक्षण करवाने की सलाह देते नज़र आते हैं| उसके बाद ही रोगी का उपचार शुरू किया जाता है, अंत में यही कहा जा सकता है कि दिनचर्या, जीवनशैली में परिवर्तन और साफ़ सफाई के द्वारा आसानी से आप फंगल इन्फेक्शन से खुद को सुरक्षित रख सकते हैं|

पैर का दाद

यह फंगल इन्फेक्शन मुख्य रूप से पुरुष के पैरों को अपना शिकार बनाती है। इस समस्या से सबसे ज्यादा खेलकूद में हिस्सा लेने वाले लोग ही परेशान रहते हैं| परन्तु एक बार का हमेशा ध्यान रखें, एक शोध यह भी कहती है कि जो लोग सारा दिन जूते पहनकर रखते हैं वह भी पैर के दाद की समस्या से तंग रहते हैं|

इस फंगस का संक्रमण हल्के गर्म वातावरण में लोगों को ज्यादा प्रभावित करता है, किसी के जूते, जुराब, खेलकूद का मैदान और इन सभी से जुड़ी हुई वस्तुएं। वर्तमान समय की शोध यह भी कहती है कि इस समस्या से कोई भी संक्रमित हो सकता है। आपके इस संक्रमण की पहचान करने के लिए डॉक्टर त्वचा को हल्का सा खुरचकर परिक्षण कर सकते हैं| पैर के दाद के उचार की बार करें तो त्वचा पर होने वाली आयुर्वेदिक क्रीम के द्वारा इस समस्या को जड़ से खत्म करना बहुत आसान है।

पुरुष फंगल इंफेक्शन के खतरे

  • पुरुषों में यह समस्या आम है परन्तु अगर समय पर इसका इलाज़ न किया जाए तो बढ़ जाने पर इसे रोकना मुश्किल हो जाता है|
  • पुरुषों का फंगल इन्फेक्श उनकी शादीशुदा को भी खराब कर सकता है, क्योंकि यह समस्या गुप्तांगों में बढ़ती चली जाती है|
  • कमजोर रोग प्रतिरोधक क्षमता, कैंसर का इलाज़ और शुगर रोगियों में इस समस्या को ठीक करना काफी कठिन होता है|

Find a Online Doctor Consultation: ऑनलाइन डॉक्टर परामर्श

लाइफ अवदा पर ऑनलाइन सलाह कैसे लें?
  1. +91 7743002520 पर परामर्श के लिए कॉल करें
  2. डॉक्टर से अपना सवाल पूछें

Book Consultation

क्या ऑनलाइन परामर्श करना सुरक्षित है?

आपका परामर्श बिल्कुल सुरक्षित रहेगा। लाइफ आवेदा प्लेटफॉर्म बिल्कुल 100% निजी और सुरक्षित है। हमारे ग्राहक की जानकारी और स्वास्थ्य डेटा हमारे लिए सबसे महत्वपूर्ण चीज है और यह सर्वोत्तम तकनीक से सुरक्षित है।

More Articles to Read

About Dr. Ranjana Kaushal

Dr. Ranjana Kaushal (MD Ayurveda) has 11 years of experience in the field of Ayurveda. Right now she is working as an Ayurveda consultant with Life Aveda. She has immense knowledge about herbs, their uses, and formulations. She has published articles related to many herbs and diseases in an international journal. She is also a degree holder in yoga and naturopathy. Read More..

Share on:
Not satisfied with the information? Please send us your feedback at info@avedaayur.com
Click to Chat