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एसिड रिफ्लक्स क्या है, इसके लक्षण, कारण, बचाव और उचित उपचार

पाचन संबंधी स्थिति को ही एसिड रिफ्लक्स कहा जाता है| इसके खराब होने पर पेट के अंदर तरल रूप ले चूका भोजन श्वास नली के माध्यम से गले तक आने लगता है, ऐसा होने पर व्यक्ति को सीने में दर्द और जलन हो सकती है| अगर आपको पता हो पेट की इस समस्या को आधुनिक चिकित्सा में गैस्ट्रोसोफेजियल रिफ्लक्स के नाम से जाना जाता है| इसका सबसे ज्यादा असर 14 साल के बाद दिखना शुरू होता है जिसका असर धीरे-धीरे बढ़ता रहता है| आज इस आर्टिकल में हम आपको एसिड रिफ्लक्स क्या है, इसके लक्षण, कारण, जोखिम भरे कारक, बचाव और उचित इलाज की महत्वपूर्ण जानकारी देने वाले हैं|

एसिड रिफ्लक्स परिचय : What is Acid Reflux in Hindi

हाइड्रोक्लोरिक एसिड इंसान के पेट में भोजन को पचा कर हानिकारक तत्वों को खत्म करने का काम करता है| आयुर्वेदिक चिकित्सा पद्धति में इसे पाचक रस के नाम से जाना जाता है। विशेषज्ञ कहते हैं कि जठराग्नि में भोजन नलिका के अंदर लोअर एसोफिजिअल स्फिंक्टर वाल्व भोजन को पचाने का काम करती है, परन्तु जब यह अपना काम करने में असमर्थ हो जाती है पाचक रस भोजन के साथ वापस गले तक आ जाता है| इस स्थिति को ही एसिड रिफ्लक्स कहा जाता है, अगर इसके लक्षण और कारण का समय पर पता चल जाए तो इसके दुष्परिणामों से बचा जा सकता है|

एसिड रिफ्लक्स के लक्षण : Acid Reflux Symptoms in Hindi

निम्नलिखित लक्षणों के द्वारा इस समस्या को पहचाना जा सकता है|

* व्यक्ति के मुंह से हमेशा बदबूदार सांस आने लगती है|
* सीने में होने वाली जलन और दर्द, पेट और गले में भी होने लगती है|
* कभी कभी व्यक्ति को खूनी उल्टी होने लगती है|
* मुंह का स्वाद कड़वा और खट्टा हो जाता है|
* इस समस्या में व्यक्ति का मल काला हो जाता है|
* साँस लेने में दिक्कत होने के अलावा गला भी खराब हो सकता है|
* कई लोगों को भोजन निगलने में परेशानी होने लग जाती है|
* खांसी को भी इस समस्या का अहम लक्षण कहा जाता है|

एसिड रिफ्लक्स के कारण और जोखिम भरे कारक : Acid Reflux Causes & Risk Factors in Hindi

* कई लोग स्वाद के लिए अधिक भोजन का सेवन कर लेते हैं जो एसिड रिफ्लक्स का कारण बन सकता है|
* खाना खाने के बाद ही बिस्तर पर लेट जाने के कारण भी यह समस्या हो सकती है|
* अधिक मोटापे को भी इसका अहम कारण माना गया है|
* अधिक मात्रा में दवाइयों के सेवन से एसिड रिफ्लक्स हो सकती है|
* नशीले पेय पदार्थ, धूम्रपान और शराब का सेवन इसका मुख्य कारण|
* कॉफी, चाय और कार्बोनेटेड पेय पदार्थ के अधिक सेवन के कारण|
* इन सभी के अलावा चॉकलेट, प्याज, मसालेदार, तला हुआ भोजन, टमाटर, लहसुन के ज्यादा उपयोग से भी पाचन संबंधी समस्या एसिड रिफ्लक्स होने का खतरा बना रहता है।

जोखिम भरे कारक: Acid Reflux Risk Factors in Hindi

अभी तक हुई हजारों शोध से पता चला है कि अगर इस समस्या का समय पर खत्म न किया जाए तो यह कैंसर जैसी कई जानलेवा बीमारियों का रूप ले सकती है| यह समस्या आपके हाइड्रोक्लोरिक एसिड को भी काफी हानि पहुंचा सकती है| इसके अलावा फैटी लीवर, सूजन और रक्तस्राव जैसी समस्या भी हो सकती है| महिलाओं को गर्भावस्था में पेट में जलन की समस्या सामान्य हो सकती है, लेकिन खानपान और दिनचर्या में परिवर्तन के द्वारा इसको दूर करना बहुत जरूरी हो जाता है|

एसिड रिफ्लक्स से कैसे बचें?: Prevention of Acid Reflux in Hindi

निम्नलिखित कुछ महत्वपूर्ण बातों को ध्यान में रखकर आप इस समस्या से बचे रह सकते हैं|

* दिन में आप टेबल पर सिर रखकर झपकी ले सकते हैं|
* धूम्रपान, शराब और नशीली दवाइयों के सेवन से बचें|
* भोजन हमेशा कम मात्रा में और दिन में 4 बार खाएं|
* दिन में हमेशा 7 से 8 लीटर पानी का सेवन करें|
* कोशिश करें टाइट कपड़े का उपयोग न हो|
* अपने शरीर के वजन को संतुलित रखने की कोशिश करें|
* 6: 30 से 7 बजे तक शाम का भोजन करने की कोशिश करें|
* रात को सोने से पहले 1 गिलास देसी गाय का गुनगुना दूध अवश्य पिएं|
* एसिड रिफ्लक्स समस्या को बढ़ावा देने वाले खाद्य पदार्थ जैसे टमाटर, लहसुन, कॉफी, चाय, तला हुआ आहार और जंक फ़ूड के सेवन से बचें|
* सूर्योदय से पहले उठकर रोजाना 2 से 3 किलोमीटर घुमने जाएँ|

एसिड रिफ्लक्स से संबंधित कुछ भी परेशानी होने पर आयुर्वेदिक चिकित्सक से जरूर परामर्श करें|

एसिड रिफ्लक्स का परिक्षण: Diagnosis of Acid Reflux in Hindi

वैसे तो एसिड रिफ्लक्स का परिक्षण आसानी से किया जा सकता है, लेकिन सीने में दर्द, दिल का दौरा और निमोनिया की समस्या होने पर चिकित्सक भी सोच में पड़ जाते हैं| यही वजह है कि विशेषज्ञ लोगों को निम्नलिखित टेस्ट करवाने की सलाह देते नज़र आते हैं|

1. एंडोस्कोपी परीक्षण– इसमें शरीर की जठराग्नि नलियों के आस-पास की तस्वीर की जाती है|
2. बायोप्सी परीक्षण– इस टेस्ट में व्यक्ति के शरीर से मांस का छोटा सा टुकड़ा लिया जाता है|
3. पीएच मॉनिटरिंग परीक्षण– इस टेस्ट का मुख्य उद्देश्य व्यक्ति के शरीर में एसिडिटी का परीक्षण करना होता है।
4. बेरियम एक्स-रे परीक्षण– इस टेस्ट में व्यक्ति को एक चॉकलेट युक्त तरल पदार्थ निगलने के लिए दिया जाता है जिसके बाद पेट, सबसे ऊपर की ग्रहणी और जठराग्नि की छवि ली जाती है।

एसिड रिफ्लक्स का उचित उपचार: Acid Reflux Treatment in Hindi

आधुनिक चिकित्सा में एसिड रिफ्लक्स समस्या को दूर करने के लिए अलग-अलग प्रकार की दवाइयों का उपयोग करने की सलाह दी जाती है| परन्तु इनका असर कुछ दिन रहने के बाद यह समस्या दोबारा परेशान करना शुरू कर देती है| आज के समय में लोगों का अनुचित आहार इनके असर को जल्दी खत्म कर देता है और वह इसके उपचार के लिए इधर-उधर भटकते रहते हैं|

कई शोध से पता किया जा चूका है कि 100 % प्राकृतिक जड़ी-बूटियों का सही सलाह के अनुसार उपयोग एसिड रिफ्लक्स जैसी अनेक गंभीर समस्याओं को जड़ से खत्म करने में लाभकारी साबित होता है| इस लेख के माध्यम से हम आपको एसिड रिफ्लक्स के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी देना चाहते थे| आप इस समस्या के बारे में बारीकी से जानने के लिए लाइफ अवेदा के मशहूर अनुभवी डॉक्टरों से सलाह ले सकते हैं| जिनका कार्य ही लोगों को उचित और लाभदायक उपचार के बारे में बताना है|

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About Dr. Ranjana Kaushal

Dr. Ranjana Kaushal (MD Ayurveda) has 11 years of experience in the field of Ayurveda. Right now she is working as an Ayurveda consultant with Life Aveda. She has immense knowledge about herbs, their uses, and formulations. She has published articles related to many herbs and diseases in an international journal. She is also a degree holder in yoga and naturopathy. Read More..

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